इंदौर में IIT खड़गपुर के छात्र ने की खुदकुशी, डिप्रेशन की वजह से उठाया कदम

मरने से पहले सुसाइड नोट में लिखा है कि हिम्मत नहीं बची समस्या झेलने के लिए, रीजन नहीं बचा जिंदगी जीने के लिए, ऑनलाइन पढ़ाई और परिवार में संवादहीनता से था परेशान

Updated: Oct 21, 2021, 10:34 AM IST

Photo Courtesy: The Wire
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इंदौर। परिवार में संवादहीनता कितनी घातक हो सकती है, इसकी खतरनाक तस्वीर इंदौर में देखने को मिली। यहां डिप्रेशन में आकर IIT खड़गपुर के एक छात्र ने फांसी लगाकर जान दे दी। मरने से पहले उसने लंबा चौड़ा सुसाइड नोट लिख छोड़ा है, जिसमें उसने अपने पिता को जिद्दी और मां को मजबूर बताया है। उसने लिखा है कि अगर आप थोड़ी भी बात करते तो स्थिति कुछ और ही होती। उसने सुसाइड नोट में उसने अपने दोस्तों औऱ अन्य रिश्तेदारों को भी याद किया है।

19 साल का सार्थक जे विजयवत IIT खड़गपुर का इंजीनियरिंग छात्र था। कोरोना के बाद से उसकी क्लासेस नियमित नहीं लग रही थीं, जिसके कारण उसे घर पर ऑनलाइन रहकर ही पढ़ाई करना पड़ रहा था। उसके पिता नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण (NVDA) में अधिकारी हैं। सार्थक ने बुधवार रात घर की बालकनी में फांसी लगाकर जान देदी। उसके कमरे से दो पेज का सुसाइड नोट मिला है, जिसमें उसने अपने सपनों और माता पिता के व्यवहार का जिक्र किया है। उसने लिखा है कि उसने बड़ी मेहनत से IIT में एडमीशन के लिए JEE की तैयारी की थी। मनचाहा खड़गपुर कैंपस भी मिल गया। लेकिन कोरोना ने सारे अरमानों पर पानी फेर दिया, उसने सोचा था IIT कैंपस में जाकर लाइफ इन्जॉय करेगा, लेकिन उसकी जिंदगी ऑनलाइन असाइन्मेंट पूरा करने में ही बीती जा रही है।

वहीं पिता के बारे में उसने लिखा है कि पापा आप जिद्दी थे और मां मजबूर थीं। सार्थक ने पिता के कम बात करने का भी जिक्र किया है, उसकी चिट्ठी से स्पष्ट है कि पिता परिवार को वक्त नहीं देते थे। उनकी जिद के आगे उनका परिवार झुकता था। सार्थक ने लिखा है कि ‘पापा आपको थोड़ा वक्त बिताना था, सबके साथ बात करनी चाहिए थी। औऱ तो और उसने लिखा है कि आप आधी बात करते तो भी चल जाता। उसके खत से इस बात का पता चलता है कि वह घर में रहते हुए भी अकेलेपन का शिकार था। दोस्तों और कॉलेज कैंपस को मिस कर रहा था, माता पिता के बीच संवादहीनता से भी परेशान था, आखिरकार तंग आकर उसने जिंदगी को अलविदा करने का फैसला कर लिया। सुसाइड नोट के आखिर में उसने लिखा है आई क्विट।

19 साल के जवान बेटे की मौत से परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है। सार्थक जे विजयवत इंदौर के स्कीम नंबर-78 का निवासी था। उसके पिता ब्रजेश कुमार विजयवत नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण के एडिशनल डायरेक्टर हैं। पुलिस ने केस दर्ज कर शव को पोस्ट मार्टम के लिए भेज दिया है।