कंप्यूटर बाबा गिरफ्तार, प्रशासन ने की कथित अवैध निर्माण पर बड़ी कार्रवाई

दिग्विजय सिंह का आरोप राजनीतिक प्रतिशोध के चलते बनाया निशाना, सेंटर जेल भेजे गए कम्प्यूटर बाबा और उनके सहयोगी

Updated: Nov 08, 2020, 04:18 PM IST

इंदौर। कम्प्यूटर बाबा को गिरफ्तार कर लिया गया है।यही नहीं, उनके साथ पांच अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार उन्हें सेंट्रल जेल भेज दिया गया है। रविवार सुबह प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए कम्प्यूटर बाबा के आश्रम पर बुलडोज़र चलवा दिया। आरोप है कि गोमतीगिरी आश्रम में उन्होंने अतिक्रमण कर रखा है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 46 एकड़ गोशाला की जमीन पर उनका कब्ज़ा है। इसके अलावा दो अन्य जगहों पर भी प्रशासन की कार्रवाई चल रही है। सुबह से ही कम्प्यूटर बाबा के इन कथित अवैध अतिक्रमण पर कार्रवाई की जा रही है। इंदौर प्रशासन ने इलाके के जमूडीहब्शी गांव में मौजूद कंप्यूटर बाबा के आश्रम पर कार्रवाई करते हुए क्रेन मशीनों का इस्तेमाल किया है।यह कार्रवाई औपचारिक तौर पर ज़िला कलेक्टर मनीष सिंह के निर्देशन में एडीएम अजय देव शर्मा और एसडीएम तथा पुलिस अधिकारियों की टीम की मौजूदगी में हो रही है। पुलिस बल भी काफी संख्या में मौजूद है। बताया जा रहा है कि कार्रवाई का विरोध कर रहे कंप्यूटर बाबा के कुछ समर्थकों को भी पुलिस ने अपनी हिरासत में लिया है।

कांग्रस नेता दिग्विजय सिंह ने इसे राजनीतिक प्रतिशोध की चरम सीमा बताया है। दिग्विजय सिंह ने कहा है कि प्रशासन की यह कार्रवाई बिना किसी नोटिस के अचानक हो रही है। यह निंदनीय है। 

कम्प्यूटर बाबा प्रदेश की पूर्ववर्ती कमलनाथ सरकार द्वारा गठित किए गए मां शिप्रा, मां नर्मदा और मां मंदाकिनी रिवर ट्रस्ट के अध्यक्ष हैं। कंप्यूटर बाबा शिवराज सरकार में राज्य मंत्री भी रह चुके हैं। प्रदेश में मार्च में हुए सत्ता परिवर्तन के बाद कंप्यूटर बाबा बीजेपी पर लोकतंत्र की हत्या का आरोप लगाते हुए खुलकर बीजेपी के विरोध में आ गए थे। लिहाज़ा इंदौर ज़िला प्रशासन की इस कार्रवाई को राजनीतिक चश्मे से भी देखा जा रहा है। हाल ही में संपन्न हुए उपचुनावों में भी कम्प्यूटर बाबा ने एमपी कांग्रेस के समर्थन में जमकर प्रचार किया था। तभी से वो बीजेपी सरकार के निशाने पर हैं।