कार में बैठकर आरोपी चला रहा था सट्टा का कारोबार, पुलिस ने चार लाख से अधिक की सामग्री की ज़ब्त

छिंदवाड़ा के चंदनपुर में पुलिस ने आरोपी को पकड़ा है, हालांकि मध्य प्रदेश का कटनी ज़िला इन दिनों आईपीएल की सट्टेबाजी को लेकर सुर्खियों में है

Publish: Apr 21, 2023, 09:06 AM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश में इन दिनों में आईपीएल में सट्टेबाजी का मुद्दा गरमाया हुआ है। प्रदेश का कटनी ज़िला आईपीएल में सट्टेबाजी को लेकर सुर्खियों में है। हालांकि सट्टेबाजी को लेकर कार्रवाई छिंदवाड़ा में हुई है। छिंदवाड़ा पुलिस ने एक आरोपी को धर दबोचा है जोकि कार से ही आईपीएल में सट्टेबाजी का कारोबार कर रहा था। 

छिंदवाड़ा के चंदनपुर थाना क्षेत्र में चार पहिया वाहन के भीतर बैठा एक व्यक्ति आईपीएल में सट्टेबाजी का धंधा चला रहा था। पुलिस की एक टीम ने उस पर दबिश दी तब उसके पास से चार लाख 70 हज़ार की सामग्री जब्त की गई, जिसका प्रयोग सट्टा खेलने में किया गया था। 

सट्टेबाजी करते हुए पकड़ाए युवक का नाम अनुनय विश्वकर्मा बताया गया है। पूछताछ में पुलिस को उसने अपने कुछ साथियों के नाम भी बताए हैं। जिसके बाद पुलिस इसके साथियों पर दबिश डालने की तैयारी कर रही है। 

आईपीएल में सट्टेबाजी को लेकर अगर इस समय प्रदेश का कोई ज़िला सबसे अधिक चर्चा में है तो वह कटनी है। यहां पर आए दिन सट्टेबाजी खेलते लोगों को दबोचा जा रहा है लेकिन किसकी अगुवाई में इतना बड़ा रैकेट संचालित हो रहा है, यह अभी भी रहस्य का विषय है।

कटनी में सट्टेबाजी का सबसे बड़ा रैकेट सक्रिय होने की बात कही जा रही है। इस मामले पर राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह सीएम शिवराज को घेर भी चुके हैं। क्योंकि कटनी में सट्टेबाजी का पूरा कारोबार राजनीतिक संरक्षण के कारण फल फूल रहा है। 

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कटनी में दुबई से बैठकर सट्टेबाजी का धंधा संचालित किया जा रहा है। लेकिन ज़िला प्रशासन कड़ी कार्रवाई करने से इसलिए कतरा रहा है क्योंकि इस कारोबार के पीछे किसी बड़े नेता का हाथ है। 

यह भी पढ़ें : ऑनलाइन जुआ को रोकने के लिए सीएम ने की नियम बनाने की घोषणा, दिग्विजय सिंह बोले आपमें न साहस है और न राजनीतिक इच्छाशक्ति

सीएम शिवराज ने बुधवार को ऑनलाइन बेटिंग को रोकने के लिए कानून बनाने का ऐलान किया था। सीएम के इसी ऐलान पर दिग्विजय सिंह ने कटनी में फल फूल रहे सट्टेबाजी की याद दिलाई और कहा कि कार्रवाई करने के लिए सीएम के पास न तो साहस है और न ही उनके पास राजनीतिक इच्छाशक्ति है। जबकि पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने तो यह तक कह दिया कि जब तक आईपीएल समाप्त नहीं होता तब तक सीएम शिवराज नियम ही नहीं लाएंगे।