ऑनलाइन जुआ को रोकने के लिए सीएम ने की नियम बनाने की घोषणा, दिग्विजय सिंह बोले आपमें न साहस है और न राजनीतिक इच्छाशक्ति
पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने भी कसा सीएम शिवराज पर तंज, बोले जब तक आईपीएल चलता रहेगा तब तक शिवराज जी नियम नहीं लाएंगे

भोपाल। मध्य प्रदेश में ऑनलाइन गैंबलिंग को रोकने के सीएम शिवराज के ऐलान पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने सीएम शिवराज पर निशाना साधा है। राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने सीएम शिवराज की घोषणा पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि न तो उनके भीतर कार्रवाई करने का साहस और न ही उनके भीतर राजनीतिक इच्छाशक्ति है। वहीं पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने तो यहां तक कह दिया कि जब तक आईपीएल चलेगा तब तक सीएम शिवराज कोई नियम नहीं लाएंगे।
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि शिवराज जी आप केवल SP कटनी तथा SP दतिया से पता लगा लें online betting कौन करवा रहा है? यह भी पता लगा लें क्या गुजरात पुलिस ने SP कटनी को इस विषय में कोई पत्र लिखा है? आप कुछ नहीं कर पाएंगे क्योंकि आप में ना तो साहस है और ना राजनीतिक इच्छाशक्ति है।
वहीं पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने सीएम शिवराज की घोषणा पर कहा कि जब तक IPL चलता रहेगा, शिवराज सिंह चौहान जी न तो कोई जुआ, सट्टा अधिनियम लाएंगे, न ही कोई कार्यवाही होगी। एक और जुमलेबाजी। देशव्यापी ऑनलाइन सट्टे में शामिल कटनी का कौन सा नेता है,जिसने मध्यप्रदेश को बर्बाद करने का ठेका ले रखा है। इसकी जाँच कौन करेगा?
शिवराज जी @CMMadhyaPradesh आप केवल SP कटनी तथा SP दतिया से पता लगा लें online betting कौन करवा रहा है? यह भी पता लगा लें क्या गुजरात पुलिस ने SP कटनी को इस विषय में कोई पत्र लिखा है? आप @ChouhanShivraj कुछ नहीं कर पायेंगे आप में ना तो साहस है और ना political will है। @INCMP https://t.co/TKwCgz8y75
— digvijaya singh (@digvijaya_28) April 19, 2023
दरअसल सीएम शिवराज ने आज मीडिया से बात करते हुए कहा कि ऑनलाइन गैंबलिंग बड़ी समस्या है। मध्यप्रदेश में वर्तमान जुआ अधिनियम 1876 का है, इसमें ऑनलाइन गैंबलिंग के विरूद्ध कोई प्रावधान नहीं है। हमने फैसला किया है कि वर्तमान जुआ अधिनियम के स्थान पर मध्यप्रदेश जुआ अधिनियम 2023 बनाया जाएगा।
कटनी के रंगनाथन थाना क्षेत्र से पुलिस ने चाट सटोरियों को गिरफ्तार किया है। यह सभी आईपीएल मैच के दौरान ऑनलाइन सट्टा खेल रहे थे। उनके पास से तीन हजार कैश और लाखों रुपए के लेनदेन का रिकॉर्ड मिला। जिसके बाद पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।