महाकाल लोक निर्माण में भी अनियमितता, पूर्व सीएम कमलनाथ ने उठाए गंभीर सवाल

आज जिस तरह से महाकाल लोक परिसर में आंधी चलने से देव प्रतिमाएं जमीन पर गिर गईं, वह दृश्य किसी भी धार्मिक व्यक्ति के लिए अत्यंत करुण दृश्य है: कमलनाथ

Updated: May 28, 2023, 07:39 PM IST

उज्जैन। मध्य प्रदेश के उज्जैन में रविवार को आंधी के कारण महाकाल लोक में बड़ा नुकसान हुआ है। यहां नवनिर्मित सप्तऋषियों की 7 में से 6 मूर्तियां गिर गईं। गनीमत रही की वहां मौजूद श्रद्धालु बाल-बाल बच गए। इस घटना के बाद महाकाल लोक निर्माण कार्य को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं।

पीसीसी चीफ व पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा कि हमने कल्पना तक नहीं की थी भाजपा सरकार महाकाल लोक निर्माण में भी अनिमितता करेगी। पूर्व सीएम ने ट्वीट किया, "मध्य प्रदेश की तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने जब उज्जैन में महाकाल मंदिर परिसर का भव्य निर्माण करने का संकल्प लिया था तब इस बात की कल्पना नहीं की थी कि बाद की सरकार महाकाल लोक के निर्माण में भी गंभीर अनियमितता करेगी।"

कमलनाथ ने आगे लिखा कि, "आज जिस तरह से महाकाल लोक परिसर में आंधी चलने से देव प्रतिमाएं जमीन पर गिर गईं, वह दृश्य किसी भी धार्मिक व्यक्ति के लिए अत्यंत करुण दृश्य है। मैं मुख्यमंत्री से मांग करता हूं कि महाकाल लोक में जो प्रतिमाएं गिरी हैं, वहां नई प्रतिमाएं तुरंत स्थापित की जाएं और घटिया निर्माण करने वालों को जांच कर दंडित किया जाए।"

कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा ने इसे भ्रष्टाचार की आंधी करार दिया है। मिश्रा ने ट्वीट किया, "भ्रष्टाचार लोक" के कारण उज्जैन स्थित "महाकाल महालोक" में स्थापित सप्त ऋषियों की मूर्तियां गिरी,खंडित हुई!! भ्रष्टाचार की आंधी ने मचाया तांडव! अब महाकाल के राजदंड (सिंगोल) से कोई भी नहीं बचेगा, संदेश स्पष्ट। भक्तों की संसद है सबसे बड़ी... कहां है जीरो टोलरेंस?"

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अक्टूबर 2022 में उज्जैन में महाकालेश्वर मंदिर के नए परिसर महाकाल लोक का लोकार्पण किया था। 10 से 25 फीट ऊंची ये मूर्तियां लाल पत्थर और फाइबर रेनफोर्स प्लास्टिक (एफआरपी) से बनी हैं। इन पर गुजरात की एमपी बाबरिया फर्म से जुड़े कलाकारों ने कारीगरी की है। हैरानी की बता ये है कि उद्घाटन के कुछ ही दिनों बाद मूर्तियां खंडित हो गई। ऐसे में करीब 370 करोड़ के इस प्रोजेक्ट में बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार की आशंका है।