संयोग नहीं प्रयोग है, सतपुड़ा भवन अग्निकांड पर दिग्विजय सिंह ने उठाए गंभीर सवाल

मध्य प्रदेश में पिछले तीन विधानसभा चुनावों से ठीक पहले लगातार शासकीय दफ्तरों में आग लगने की बातें सामने आ रही है लेकिन अनसुलझी पहेली ये है कि सतपुड़ा भवन की चौथी मंजिल में ही क्यों हर बार आग लग जाती है?: दिग्विजय सिंह

Updated: Jun 14, 2023, 12:54 PM IST

भोपाल। सतपुड़ा भवन अग्निकांड को लेकर राज्य की शिवराज सरकार चौतरफा घिरी हुई है। विपक्षी दल कांग्रेस ने इस अग्निकांड को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं। मामले पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि यह महज संयोग नहीं, बल्की प्रयोग है। सिंह ने बताया कि पिछले तीन विधानसभा चुनावों से ठीक पहले लगातार शासकीय दफ्तरों में आग लगने की बातें सामने आ रही है।

पूर्व मुख्यमंत्री ने एक फेसबुक पोस्ट में लिखा, "मध्य प्रदेश के शासकीय दफ्तरों में आग महज संयोग या भ्रष्टाचार की फाइलों को नष्ट करने की साज़िश? मध्य प्रदेश में पिछले तीन विधानसभा चुनावों से ठीक पहले लगातार शासकीय दफ्तरों में आग लगने की बातें सामने आ रही है लेकिन अनसुलझी पहेली ये है कि सतपुड़ा भवन की चौथी मंजिल में ही क्यों हर बार आग लग जाती है? क्या यह महज संयोग है या भ्रष्टाचार की फाइलों को नष्ट करने की सुनियोजित साजिश?"

सिंह ने बताया है कि साल 2012 से 2023 तक किन-किन शासकीय दफ्तरों में आग लगी।

21 जून 2012 - सतपुड़ा भवन की चौथी मंजिल पर स्थित तकनीकी शिक्षा विभाग में भीषण आग लगी। 

1 नवंबर 2012 - वल्लभ भवन में आग लगी। 

25 नवंबर 2013 - मंत्रालय के भीम नगर स्थित गोदाम में आग लग गई जिससे मंत्रालय के दस्तावेज जलकर खाक हो गए। 

28 नवंबर 2013 - विंध्याचल भवन में पंचायत एवं ग्रामीण विकास की स्थापना व बजट सेक्शन में आग लग गई जिससे मनरेगा संबंधित फाइलें जलकर खाक हो गई। 

23 नवंबर 2014 - भोपाल कलेक्ट्रेट कार्यालय के रिकॉर्ड में आग लगी जिससे 10 गांव के रिकॉर्ड जलकर खाक हो गए।

4 अक्टूबर 2015 - विंध्याचल भवन स्थित पांचवी मंजिल पर कृषि विभाग में आग लग गई, जिससे विधानसभा संबंधी एवं बीज घोटाले संबंधित फाइलें जलकर खाक हो गई। 

7 नवंबर 2015 - खाद्य विभाग के दफ्तर में भीषण आग लगी।

10 जनवरी 2016 - पीएचई व पीडब्ल्यूडी की 5000 फाइलें जलकर खाक हो गई। 

23 मार्च 2016 - वल्लभ भवन की पांचवी मंजिल पर मुख्यमंत्री सचिवालय के कक्ष में आग लगी।

24 मार्च 2016 - सीएम ऑफिस के रिकॉर्ड रूम में आग लगी, 5 साल पुरानी फाइलें जली। 

24 मार्च 2016 को सचिवालय में आग लगने से खाक हो गए रिकॉर्ड। 

27 मार्च 2016 को सीएम ऑफिस में जली फाइलों का ऑडिट भी जलकर खाक हो गया। 

14 दिसंबर 2018 - मध्यप्रदेश में नई सरकार के गठन से पहले इसी सतपुड़ा भवन की चौथी मंजिल में आग लग गई थी तब इसी चौथे तल पर स्वास्थ्य संचालनालय का कार्यालय था तब भी कई महत्वपूर्ण फाइलें राख हो गई थी।

12 जून 2023 - सतपुड़ा भवन की तीसरी मंजिल से आग लगना शुरू हुई जो फिर चौथी, पांचवी और छठी मंजिल में पूरी तरह फैल गई तीसरी मंजिल में आदिम जातीय क्षेत्रीय विकास का कार्यालय था और चौथी, पांचवी और छठवीं मंजिल पर स्वास्थ्य संचालनालय का कार्यालय था इस आग में चारों मंजिलों में स्थित कार्यालयों की कुछ नहीं तो 12000 फाइलें जलने की खबर आ रही है जो राख हो गई। बताया जा रहा है इसी चौथी मंजिल में ईओडबल्यू और लोकायुक्त में शिकायतों की जांच संबंधित फाइलें आलमारियों में भरी पड़ी थीं जो जलकर खाक हो गई। खबर यह भी है कि कोरोना के समय के जरूरी दस्तावेज भी यही रखे थे जो पूरी तरह से जल गए। 

सिंह ने सवाल किया कि प्रशासकीय भवनों में बार-बार आग कैसे लग रही है? उन्होंने कहा, "यह बिल्कुल भी संयोग प्रतीत नहीं होता यह सिर्फ भ्रष्टाचार की जांचों को खत्म करने का बार-बार प्रयोग है क्योंकि राख हुई जांच की फाइलें किसी के भी खिलाफ गवाही नहीं दे सकती। सवाल ये है कि आग लगी या लगाई गई? क्या इसकी न्यायिक जाँच नहीं होना चाहिए?"