इंदौर हादसे के पीड़ितों से मिले कमलनाथ, सरकार को दिया एक हफ्ते में कार्रवाई का अल्टीमेटम वरना कोर्ट जाएंगे

इंदौर को स्मार्ट सिटी कहते हैं, इस हादसे ने हकीकत उजागर कर दी। हमारी सरकार आने के बाद हर जिले में रेस्क्यू रैपिड एक्शन फोर्स बनाई जाएगी, जो किसी भी हादसे पर 15 मिनट में मौके पर पहुंच जाएगी: कमलनाथ

Updated: Apr 01, 2023, 12:34 PM IST

इंदौर। इंदौर के बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर हादसे में हुईं 36 मौतों से प्रदेश शोक में डूबा है। हादसे के तीसरे दिन शनिवार को पीसीसी चीफ कमलनाथ भी इंदौर पहुंचे। यहां उन्होंने पीड़ित परिवारों से मुलाकात की। पूर्व सीएम ने इस दौरान शिवराज सरकार को अल्टीमेटम देते हुए कहा कि यदि हफ्तेभर में कार्रवाई नहीं हुई तो हम कोर्ट का रुख करेंगे।

पीड़ितों से मुलाकात के बाद पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा, 'स्थानीय रहवासियों ने अवैध निर्माण की शिकायत की है। अवैध निर्माण 7 दिनों के भीतर तोड़ा जाए, वरना अवैध निर्माण और दोषियों के खिलाफ हम कोर्ट जाएंगे। यह हादसा अवैध निर्माण का ही परिणाम है।' कमलनाथ ने इस दौरान रेस्क्यू ऑपरेशन में लेट लतीफी को लेकर भी सवाल खड़े किए।

कमलनाथ ने कहा, 'इंदौर को स्मार्ट सिटी कहते हैं, इस हादसे ने हकीकत उजागर कर दी। आर्मी की टीम 12 घंटे बाद पहुंची, तब तक कोई प्रबंध नहीं था और इसे हम स्मार्ट सिटी कहते हैं, यह शर्म को बात है। हमारी सरकार आने के बाद हर जिले में रेस्क्यू रैपिड एक्शन फोर्स बनाई जाएगी, जो किसी भी हादसे पर 15 मिनट में मौके पर पहुंच जाएगी। सीएम शिवराज केवल इवेंट और मीडिया के सामने दो बातें करते हैं।'

कमलनाथ इस दौरान घायलों से मिलने एप्पल हॉस्पिटल भी पहुंचे। घायलों और उनके परिजन ने पूर्व सीएम को बताया कि हादसे के दो घंटे बाद तक तक कोई रेस्क्यू नहीं किया गया था। कलेक्टर और आईजी ऐसे ही इधर-उधर घूमते रहे, जैसे टाइमपास कर रहे हो। नगर निगम कुछ नहीं कर सका। शाम पांच-साढ़े पांच बजे एनडीआरएफ की टीम आई। तब रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया।

एप्पल हॉस्पिटल में एक घायल ने कमलनाथ से कहा कि, 'बावड़ी में ड्रेनेज का पानी मिल रहा था, इससे भयानक बदबू आ रही थी। नीचे गैस बन गई थी, जिससे सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। अंदर काफी पानी था, जिसमें कई महिलाएं और बच्चे डूब गए। कुछ लोग कीचड़ में फंस गए। रस्सी के सहारे लोगों को ऊपर खींचने की कोशिश की गई, लेकिन रस्सियां ही टूट गईं।'