खरगोन: पति की शव देखते ही पत्नी की हुई मौत, एक साथ उठी दोनों की अर्थी

खरगोन से निस्वार्थ प्रेम की एक कहानी सामने आई है जहां 73 वर्षीय नवल पटेल की हार्ट अटैक से मौत के बाद पत्नी सलिता बाई ने शव देखते ही दम तोड़ दिया। दोनों की एक साथ अंतिम यात्रा निकली और नर्मदा तट पर एक ही चिता पर अंतिम संस्कार हुआ।

Publish: Nov 24, 2025, 01:00 PM IST

खरगोन। मध्य प्रदेश के खरगोन जिले में ऐसा दर्दनाक लेकिन दिल को छू लेने वाला मामला सामने आया जिसने हर किसी की आंखों में नमी ला दी। यहां पति की अचानक मौत के बाद जब पत्नी ने उनका पार्थिव शरीर देखा तो कुछ ही पलों में उसकी भी सांसें थम गईं। दोनों की अंतिम यात्रा साथ में निकली और एक ही चिता पर उनका अंतिम संस्कार किया गया। पूरे इलाके में इस घटना की चर्चा हो रही है क्योंकि लोगों ने सच में प्रेम को मौत के पार जाते देखा।

घटना महेश्वर क्षेत्र के गांधीनगर गांव की है। यहां भारूड समाज से जुड़े 73 वर्षीय नवल पटेल अपने बड़े बेटे संतोष पटेल के ससुराल खलघाट-मोरघड़ी क्षेत्र में एक शादी समारोह में शामिल होने गए थे। शादी के बीच दोपहर को उन्हें अचानक हार्ट अटैक आया और वहीं उनका निधन हो गया। सूचना के बाद उनका शव गांधीनगर स्थित घर लाया गया।

जैसे ही 70 वर्षीय पत्नी सलिता बाई पटेल ने पति के पार्थिव शरीर को देखा वे बेसुध होकर गिर पड़ीं। परिजन घबराकर उन्हें तुरंत अस्पताल ले गए लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। परिवार के लिए यह ऐसा झटका था जिसे कोई शब्द बयां नहीं कर सकता था।

पहले सिर्फ नवल पटेल की अंतिम यात्रा की तैयारी हो रही थी लेकिन परिस्थितियां बदल गईं और परिजनों ने दोनों की अर्थी एक साथ उठाई। गांव के लोग बताते हैं कि क्षेत्र में ऐसा पहली बार हुआ कि पति-पत्नी की शव यात्रा साथ में निकले। बड़ी संख्या में ग्रामीण और समाज के लोग इस अंतिम विदाई में शामिल हुए।

करीब 50 साल पहले नवल और सलिता बाई की शादी हुई थी। पांच दशकों तक साथ निभाने वाले इस दंपति ने जीवन की तरह अंतिम पड़ाव भी एक साथ तय किया। गांधीनगर गांव के पास नर्मदा तट पर गायत्री परिवार की विधि-विधान के अनुसार दोनों का एक ही चिता पर अंतिम संस्कार किया गया। दोनों को मुखाग्नि बड़े बेटे संतोष ने दी।