मध्य प्रदेश में सामूहिक अवकाश पर पंचायत कर्मचारी, 23 हजार पंचायतों में 2 दिन से कामकाज ठप्प

सामुहिक अवकाश पर गए मध्य प्रदेश के 70 हजार पंचायत कर्मी, बोले- मांग पूरी होने तक रहेगा हड़ताल, वेतनवृद्धि से लेकर अन्य मांगों को लेकर हड़ताल पर गए हैं पंचायत कर्मी

Updated: Jul 23, 2021, 06:03 AM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश में पंचायत कर्मियों के हड़ताल का आज दूसरा दिन है। प्रदेश भर के करीब 23 हजार ग्राम पंचायतों के कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से ग्रामीण विकास विभाग का कामकाज पूरी तरह से ठप हो गया है। विभाग के करीब 70 हजार कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं।

हड़ताल के दूसरे दिन यानी शुक्रवार को भी प्रदेश के सभी जिलों में सुबह से पंचायत कर्मी धरने पर बैठे रहे। इनमें पंचायत सचिव, रोजगार सहायक और जनपद अधिकारी भी शामिल हैं। प्रदेश में करीब 313 जनपद पंचायतों के अधिकारी, पंचायत सचिव से लेकर रोजगार सहायक तक सामुहिक अवकाश पर हैं।

मांगें पूरी होने तक हड़ताल जारी

हड़ताल का नेतृत्व कर रहे अधिकारी-कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश शर्मा ने स्पष्ट किया है कि जबतक राज्य सरकार हमारी सभी मांगें पूरी नहीं करती, तबतक हड़ताल खत्म नहीं होंगे। उन्होंने कहा की सचिव की वेतन, अनुकंपा नियुक्ति, रोजगार सहायक के संविलियन की मांग प्रमुख है और सरकार को इन्हें पूरा करना ही होगा। अन्यथा पंचायतों के सभी कार्य बाधित रहेंगे।

15 से अधिक संगठन कर रहे हैं हड़ताल

पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग संयुक्त मोर्चा के बेनर तले 15 से अधिक कर्मचारी संगठनों ने इस विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया है। इनमें मनरेगा डिप्लोमा इंजीनियर एसोसिएशन, पंचायत एवं ग्रामीण विकास अभियंता संघ, जिला जनपद पंचायत कर्मचारी संगठन, विकासखंड समन्वयक संघ, प्रधानमंत्री आवास योजना स्वच्छता मिशन अधिकारी कर्मचारी संघ, राज्य आजीविका मिशन कर्मचारी संघ, मनरेगा अधिकारी कर्मचारी संघ, पंचायत समन्वयक अधिकारी कर्मचारी संगठन सहित अन्य संगठन शामिल हैं।