कमलनाथ की पहल, किसानों के लिए कॉल सेंटर स्थापित करेगी कांग्रेस

मध्यप्रदेश कांग्रेस के भोपाल स्थित मुख्यालय में 1 अप्रैल से शुरू होगा किसान कॉल सेंटर, प्रतिदिन सुबह 11 बजे से शाम 6 बजे तक 0755-4248166 पर शिकायत दर्ज करा सकेंगे किसान

Updated: Mar 27, 2021, 04:52 AM IST

Photo Courtesy: Scroll.in
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भोपाल। मध्यप्रदेश कांग्रेस ने राज्य के किसानों की समस्याओं को दूर करने के लिए एक सकारात्मक पहल की शुरुआत की है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ की पहल से कांग्रेस मुख्यालय में किसान कॉल सेंटर स्थापित किया जाएगा। इस कॉल सेंटर के माध्यम से कांग्रेस उनकी समस्याओं को सुनकर उसका समाधान करेगी। इस किसान कॉल सेंटर की शुरुआत 1 अप्रैल से होने जा रही है। 

कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने बताया है कि प्रतिदिन सुबह 11 बजे से शाम 6 बजे तक फ़ोन नंबर 0755-4248166 पर किसानों की समस्याओं के समाधान के लिये उनकी शिकायतें दर्ज किया जाएगा। उन्होंने कहा कि, 'प्रदेश के किसान भाई इस कॉल सेंटर में फ़ोन करकर अपनी समस्या हमें बता सकते हैं, समस्या दर्ज करा सकते है। हम किसानों की समस्याओं के निराकरण के लिये सरकार से बात करेंगे और किसानों को उनका हक़ और अधिकार दिलाने की लड़ाई सड़क से सदन तक लड़ेंगे। इस कॉल सेंटर की समय-समय पर निगरानी मैं स्वयं भी करूंगा।'

हर जगह ठगा जा रहा है किसान- कमलनाथ

कांग्रेस नेता ने शुक्रवार को कॉल सेंटर स्थापना का ऐलान करते हुए कहा कि, 'आज मध्यप्रदेश का किसान विषम परिस्थितियों से गुजर रहा है। हमारी सरकार की किसान कर्जमाफी योजना बंद होने के बाद से जहां किसानों के ऊपर फिर से बढ़ते क़र्ज़ का बोझ आ गया है, वहीं बेमौसम बारिश और ओला वृष्टि ने खड़ी एवं पकी फसलों को काफ़ी नुक़सान पहुँचा है। भिंड ज़िले में व्यापारियों द्वारा सरसो की क़ीमत एक दिन में 1200 रूपये प्रति क्विंटल कम करने की घटना हो या फिर गेहूं की एमएसपी 1975 रूपये प्रति क्विंटल निर्धारित होने के बावजूद किसानों को औसतन 1700 रूपये प्रति क्विंटल की क़ीमत मिलने की बात हो रही है, शिवराज सरकार में आज हर जगह किसान ठगा जा रहा है।'

पूर्व सीएम ने आरोप लगाया कि, 'राज्य सरकार चना, मसूर और सरसो का उपार्जन लगातार टाल रही है, वहीं गेहूं की कम क़ीमत मिलने से किसानों को पिछले 20 दिनों में ही करोडो का नुक़सान हुआ है। शिवराज सरकार के एक वर्ष के कार्यकाल में तीन बार ओला वृष्टि से किसानों की फसलें बर्बाद हो चुकी है, जबकि ये सरकार अब तक पहली बार की ओला वृष्टि से किसानों को हुये नुक़सान का ही सर्वे तक नहीं करा पाई है।'

केंद्र पर भी साधा निशाना

कमलनाथ ने इस दौरान केंद्र की मोदी सरकार को भी निशाने पर लिया है। उन्होंने कहा, 'एक तरफ़ मोदी सरकार अपने तीन काले क़ानूनों से किसानों को बर्बाद करने की गहरी साज़िश रच चुकी है, वहीं मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार की अनदेखी से प्रदेश के किसानों को अपनी उपज का न सही मूल्य मिल रहा है, न मुआवज़ा मिल रहा है, न समय पर उपार्जन हो रहा है और न ही अधिकारी किसानों के हित में जारी योजनाओं का क्रियान्वयन सही ढंग से करा पा रहे हैं। कई जगह व्यापारी किसानों की करोड़ों की उपज लेकर चंपत हो चुके हैं, तो प्रदेश के कई ज़िलों में कृषि उपज मंडी में ताला लगने की तैयारी हो चुकी है।' कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि कांग्रेस पार्टी ने हमेशा किसानों के हितों और अधिकारों की रक्षा की लड़ाई लड़ी है, और इस बार भी हम मध्यप्रदेश के किसानों को शिवराज सरकार के हाथों प्रताड़ित नहीं होने देंगे।