प्रभारी उपसंचालक ने खोली MP में तबादला उद्योग की पोल, कहा- ट्रांसफर के दो लाख रुपए मंत्री को देने पड़ते हैं

रतलाम पशु चिकित्सा विभाग के प्रभारी उपसंचालक डॉ. डीके जैन ने खोली प्रशुपालन मंत्री प्रेम सिंह पटेल की पोल, कहा- ट्रांसफर के लिए दो लाख रुपए लेते हैं मंत्रीजी

Updated: Jul 01, 2023, 01:53 PM IST

भोपाल। बीजेपी शासित मध्य प्रदेश में इन दिनों भ्रष्टाधार चरम पर है। प्रदेश के सभी विभागों में विसंगतियां और भ्रष्टाचार की खबरें आए दिन सुर्खियों में रहती है। इसी बीच अब पशु चिकित्सा विभाग के प्रभारी उपसंचालक ने प्रदेश में चल रहे तबादला उद्योग का खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि मंत्री डॉ. डीके जैन ट्रांसफर के लिए दो लाख रुपए लेते हैं।

दरअसल, पशु चिकित्सा विभाग के कर्मचारियों की शिकायत थी कि पशु चिकित्सा विभाग के प्रभारी उपसंचालक डॉ. डीके जैन कर्मचारियों के वेतन निकालने को लेकर रुपयों की मांग करते हैं। हाल ही में इससे जुड़ा ऑडियो और वीडियो भी वायरल हुआ था। इसमें डॉ जैन कर्मचारियों से रुपए मांगते पाए गए।

शुक्रवार दोपहर सांसद गुमानसिंह डामोर रतलाम आए थे। सांसद को शिकायत करने सभी कर्मचारी आए थे। सांसद के आने के पहले कर्मचारी वहां मौजूद बीजेपी जिलाध्यक्ष राजेंद्रसिंह लूनेरा से मिले। कर्मचारियों ने आपबीती बताई। इसी दौरान प्रभारी उपसंचालक डॉ. डीके जैन भी वहीं मौजूद थे। बातचीत के दौरान डिप्‍टी डायरेक्‍टर डॉ. जैन जोर-जोर से चिल्लाते हुए कर्मचारियों को कहने लगे तुम्हे कांग्रेस के लोगों ने भेजा, में बीजेपी सरकार का अच्छा अधिकारी हूं। मैं ईमानदार और मोदी भक्त हूं।

इस दौरान बीजेपी जिलाध्यक्ष राजेंद्रसिंह लूनेरा ने प्रभारी उपसंचालक को कहा कि अधिकारी हो तो अधिकारी की तरह बर्ताव करो। इतने सारे कर्मचारी झूठ बोल रहे हैं क्या? आप बीजेपी सरकार की बदनामी कर रहे हैं। इसके बाद प्रभारी उपसंचालक ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि मेरे खिलाफ षडय़ंत्र रचा गया है। एक कर्मचारी को लगता है कि मैनें उसका ट्रांसफर कराया है। लेकिन मैनें नहीं कराया है क्योंकि ट्रांसफर के लिए मंत्रियों को 2 लाख रुपए देने पड़ते हैं।

मामला सामने आने के बाद कांग्रेस ने शिवराज सरकार को निशाने पर लिया है। एमपी कांग्रेस के मीडिया सलाहकार पीयूष बबेले ने ट्वीट किया, 'शिवराज सरकार में तबादला उद्योग का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2 लाख रुपये प्रति तबादला है। अधिकारी ख़ुद बता रहे हैं। भ्रष्टाचार की मंडी लगी है, बोलियाँ लग रही हैं। 2 दिन पहले आरटीओ के प्रति दिन 1 करोड़ का रेट सामने आया था। शिवराज सरकार इस सदी की सबसे भ्रष्ट सरकार है। चालू मामा और 40 चोर से जनता त्रस्त है।'