MP Petrol Price hike : अब पेट्रोल-डीजल पर लगेगा कोविड सेस

भोपाल में अब पेट्रोल 82.64 और डीजल 73.13 रूपये में ख़रीदें, सरकार को मिलेंगे 527 करोड़

Publish: Jun 13, 2020, 09:14 PM IST

Photo courtesy : india.com
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आय बढ़ाने के लिए शराब दुकानें खोल चुकी मध्य प्रदेश सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर अतिरिक्त टैक्स लगा दिया है। यह सेस लगाने के बाद प्रदेश में पेट्रोल और डीजल पर एक-एक रुपये प्रति लीटर ज्‍यादा खर्च होगा। बढ़ी हुई कीमतें आधी रात से लागू हो गई हैं। सरकार के इस कदम से हर साल 527 करोड रुपये का राजस्व मिलने का अनुमान है। मप्र में पेट्रोल-डीजल की कीमत पहले ही देश में सबसे ज्‍यादा थी। अब इस वृद्धि से आम जनता की जेब पर अधिक बोझ पड़ेगा।

लॉकडाउन के दौरान पेट्रोलियम पदार्थों की खपत न्‍यूनतम हो गई थी। इस दौरान हुए घाटे को पूरा करने के लिए अब पेट्रोल और डीजल के दाम में बढ़ोतरी की जा रही है। बीते छह दिनों में पेट्रोल और डीजल के दाम करीब सवा दो रुपये तक बढ़ चुके हैं। पेट्रोल और डीजल पर एक रुपया सेस लगाने से पेट्रोल पर सेस प्रति लीटर 4.50 और डीजल पर बढ़कर 3 रुपये हो गया है। पहले पेट्रोल पर साढ़े तीन रुपए और डीजल पर दो रुपए सेस था। पेट्रोल और डीजल पर एक रुपये का सेस लगने के बाद अब भोपाल में पेट्रोल 82.64 पैसे और डीजल 73.13 पैसे प्रति लीटर होगा।

Click लगातार छठे दिन महंगा हुआ पेट्रोल-डीजल

गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने बीते सात दिनों में पेट्रोल के दाम में 3.31 रुपए और डीजल के दाम में 3.42 रुपए की वृद्धि की है। यह बढ़ोतरी पिछले दो महीनों से जारी है। उत्पाद शुल्क में की गई बढ़ोतरी के बाद एक लीटर ईधन पर केंद्र और राज्यों को टैक्‍स के रूप में 275 फीसदी से अधिक शुल्क का भुगतान करना पड़ेगा। जबकि फरवरी में यह 107 फीसदी थी। डीजल के लिए केंद्र और राज्य मिलकर 255 फीसदी से अधिक का भुगतान करते हैं। पेट्रोल का बेस प्राइज 18 रुपये और डीजल का बेस प्राइस 18.50 रुपये प्रति लीटर है। मगर पंप पर पेट्रोल-डीजल 70 रुपये से अधिक में बिकते हैं।

पेट्रोल-डीजल पर दुनिया भर से ज्‍यादा टैक्‍स

पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी 33 रुपये लीटर है, जबकि डीजल पर यह 32 रुपये प्रति लीटर है। पेट्रोल और डीजल पर 16 रुपये से अधिक वैट लगाया जाता है। साथ में, दोनों कर 49 रुपये से अधिक हैं, जबकि पेट्रोल की पंप कीमत औसत 72 लीटर है। इस प्रकार दोनों टैक्स पेट्रोल और डीजल के पंप मूल्य का लगभग 69 फीसदी हैं। जोकि पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा है। जबकि अमेरिका टैक्स का 19 फीसदी जापान 47 फीसदी, ब्रिटेन 62 फीसदी और फ्रांस 63 फीसदी शुल्क लेता है।

कच्‍चे तेल के दाम कम होने के बाद भी देश भर में पेट्रोल दाम बढ़ोतरी पर कांग्रेस ने सरकार की आलोचना की है।

 

कच्‍चे तेल के दाम गिरे फिर भी जनता को लाभ नहीं

दुनिया भर में कोरोना महामारी के कारण कच्‍चे तेल को दाम काफी गिरे हैं। ये निगेटिव तक हो गए हैं मगर भारत में कच्‍चे तेल के दाम गिरने पर पेट्रोल-डीजल की कीमत कम नहीं की जाती जबकि कच्‍चे तेल की कीमत बढ़ने पर दाम में बढ़ोतरी कर दी जाती है। ब्रोकरेज केयर रेटिंग के अनुसार भारत में सरकार उपभोक्ताओं को कच्चे तेल की कीमतों का पूर्ण लाभ कभी नहीं देती। 12 अप्रैल को वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में 20 डॉलर की गिरावट दर्ज की गई तो भारत ने एक लीटर पेट्रोल के लिए 70 रुपये से अधिक का भुगतान किया।