शिवराज सरकार का बड़ा फैसला, 1 अप्रैल से शुरू होंगी पहली से 8वीं तक की कक्षाएं

भोपाल, इंदौर के कोरोना प्रभावित इलाकों को छोड़कर 1 अप्रैल से खुलेंगे प्रदेश के सभी स्कूल, पहली से आठवीं कक्षा तक लगेगी क्लास, अभिभावकों की इजाज़त लेकर स्कूल आ सकेंगे छात्र

Updated: Mar 10, 2021, 10:45 AM IST

Photo Courtesy: SCIT Blog
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भोपाल। कोरोना के एक बार फिर से बढ़ते मामलों के बीच शिवराज सरकार ने बड़ा फैसला किया है। मध्य प्रदेश में एक अप्रैल से पहली से आठवीं क्लास तक की कक्षाएं नियमित रूप से शुरू की जाएंगी। हालांकि इसके लिए बच्चों के परिजनों से लिखित सहमति लेना जरूरी होगा। इन कक्षाओं में पिछले करीब एक साल से नियमित क्लास नहीं हुई हैं।

मध्य प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार का कहना है कि जिन इलाकों में कोरोना की स्थिति नियंत्रण में है, मरीज कम होंगे, वहां पूरी सुरक्षा के साथ कक्षाओं का संचालन होगा। कक्षाओं में क्लास की क्षमता से कम छात्रों को बैठाया जाएगा। शिक्षा मंत्री ने कहा है कि कोरोना प्रभावित भोपाल और इंदौर के चिह्नित इलाकों में स्कूलों फिलहाल स्थिति में नियंत्रण तक बंद रहेंगे। स्कूल खोलने के पीछे सरकार का तर्क है कि कोरोना महामारी की वजह से पहले ही छात्रों की पढ़ाई प्रभावित रही है। अब कोरोना की वजह से स्कूलों को और बंद नहीं रखा जा सकता है। इस लिए नए शिक्षण सत्र की शुरुआत एक अप्रैल से की जाएगी जिसमें कक्षा एक से आठवी तक की क्लास लगेंगी।

नए शिक्षण सत्र में भी स्कूलों में कोरोना गाइडलाइन का सख्ती से पालन करना जरूरी होगा। ज्यादा संख्या में उपस्थिति होने पर दो शिफ्ट में क्लास लगाई जाएगी। गौरतलब है कि 9वीं से 12वीं कक्षा के स्कूल पहले ही खोले जा चुके हैं। अब लॉकडाउन के बाद यह पहला मौका है जब पहली से 8वीं तक की क्लास लगेंगी। अब तक केवल आनलाइन क्लासें ही लग रही थीं।

गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में 13 मार्च 2020 को तत्कालीन कमलनाथ सरकार ने कोरोना वायरस को महामारी घोषित कर दिया था। कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर राज्य के सभी स्कूलों और कॉलेजों में 31 मार्च तक छुट्टी कर दी गई थी। बच्चों की वार्षिक परीक्षाओं में भी फेरबदल किया गया था। तब से बंद स्कूल बाद में केवल 9 वीं से 12वीं क्लास के छात्रों के लिए खोले गए हैं। और अब राज्य सरकार ने पहली से 8वीं तक की क्लास लगाने की फैसला किया है।