MP Election 2023: मतगणना में 11 दिन शेष, सुबह 8 बजे पोस्टल बैलट और 8.30 बजे EVM की गिनती शुरू होगी

3 दिसंबर को सुबह 8 बजे से काउंटिंग काम शुरू हो जाएगा। सुबह 8 बजे से कर्मचारी, दिव्यांग और बुजुर्गों द्वारा डाले गए मतपत्रों की गिनती शुरू होगी। इसके बाद 8:30 बजे से ईवीएम की गिनती शुरू होगी।

Updated: Nov 22, 2023, 09:32 AM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद अब काउंटिंग की तैयारियां शुरू हो गई है। निर्वाचन आयोग ने काउंटिंग के लिए व्यवस्था बनाना शुरू कर दिया है। अब इंतजार 3 दिसंबर का है, जब प्रदेश में नई सरकार का चेहरा स्पष्ट हो जाएगा। 3 दिसंबर को सुबह 8 बजे से काउंटिंग काम शुरू हो जाएगा।

इस बार चुनाव में प्रदेश में 77.15 प्रतिशत वोटिंग हुई है, जो कि पिछले सभी चुनावों के मुकाबले सर्वाधिक है। ऐसे में बढ़े मत प्रतिशत ने राजनीतिक दलों की धड़कन भी बढ़ा दी है। इलेक्‍शन काउंटिंग को लेकर इसकी प्रक्रिया से जुड़े नियम भी बनाए गए हैं। पूरी काउंटिंग एक प्रक्रिया से होकर गुजरती है। जिसका प्रशासन कड़ाई से पालन करवाता है।

जानकारी के मुताबिक सुबह 8 बजे से कर्मचारी, दिव्यांग और बुजुर्गों द्वारा डाले गए मतपत्रों की गिनती शुरू होगी। इसके बाद 8:30 बजे से ईवीएम की गिनती शुरू होगी। भोपाल में हर एक विधानसभा क्षेत्र के वोटों की गिनती के लिए 14-14 टेबल लगाई जाएंगी। एक बार में 14 मतदान केंद्रों की ईवीएम के वोट पता चलेंगे। इस तरह विधानसभा के मतदान केंद्रों के हिसाब से राउंड होंगे।

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काउंटिंग के दिन सबसे पहले उस विधानसभा का राउंड पूरा होगा, जिसमें कम प्रत्याशी हैं। क्योंकि एक बार में जितने प्रत्याशियों को राउंड वाइज वोट मिले हैं। वो पोलिंग एजेंट को नोट कराए जाएंगे। इसके बाद अगला राउंड शुरू होगा। टोटल मतदान केंद्र और पोस्टल बैलेट की गिनती के बाद विधानसभा का रिटर्निंग अधिकारी कुल वोटों का सर्टिफिकेट जारी करेगा। जिससे उम्मीदवारों को वोटों के हिसाब से हार-जीत का फैसला होगा। 

सामान्‍य तौर पर मतगणना सुबह 8 बजे से शुरू होती है, लेकिन इसकी प्रक्रिया करीब तीन घंटे पूर्व ही शुरू हो जाती है। पिछले चुनाव की मतगणना पर गौर करें तो 5 से 6 बजे के बीच मतगणना में लगे कर्मचारियों का रेंडमाइजेशन किया जाता है। जिसके बाद उन्हें बताया जाता है कि उन्हें कौन सी टेबल पर ड्यूटी करना है। इसके बाद करीब साढ़े सात बजे स्ट्रांग रूम खोलने की प्रक्रिया की जाती है। कलेक्टर समेत अन्य अधिकारियों और राजनीतिक दलों के एजेंट की मौजूदगी में यह प्रक्रिया पूरी होती है।

सभी राउंड की काउंटिंग पूरी हो जाने के बाद प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के सभी मतदान केंद्रों में से एक का नंबर लॉटरी सिस्टम के जरिए निकाला जाता है और उस नंबर की वीवीपैट को लेकर इसकी मत पर्चियों की गिनती की जाती है और इसे ईवीएम से चेक किया जाता है। यह सभी प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद रिजल्‍ट जारी कर विजयी प्रत्याशी को सर्टिफिकेट दिया जाता है। माना जा रहा है कि 3 दिसंबर को दोपहर 1 बजे से नतीजे सामने आने लगेंगे वहीं शाम सात से आठ बजे तक सभी सीटों के नतीजे आ जाएंगे।