MP के वन मंत्री विजय शाह की चेतावनी, खर्राटा लिया तो आ जाएगा तेंदुआ
वन मंत्री विजय शाह के खर्राटे वाले बयान पर कांग्रेस ने ली चुटकी, कांग्रेस प्रवक्ता बोले कल रात को मैंने खर्राटे लिये, वनमंत्री जी अपने मुख्यमंत्री जी को थेंक्स बोल देना कि मैं ज़िंदा बच गया
भोपाल। मध्यप्रदेश के वन मंत्री अक्सर अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहते हैं। एक बार फिर उनका एक बयान चर्चा में है। जिसमें वे लोगों को खर्राटे नहीं भरने की सलाह देते नजर आ रहे हैं। मंत्रीं लोगों को यह सलाह देते नजर आ रहे हैं कि अगर खर्राटे भरे तो तेंदुआ आ जाएगा। मंत्रीजी इतने में ही नहीं रुके बल्कि नाक से खर्राटे भरने की आवाज़ निकाल कर बताया कि ऐसा नहीं करना है। वन मंत्री की इस सलाह पर कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने चुटकी लेते हुए ट्वीट किया है कि मंत्री जी कल रात मैंने खर्राटे भरे और मैं जिंदा बच गया। अपने मुख्यमंत्री जी को धन्यवाद कह दीजिएगा।
कल रात को मैंने खर्राटे लिये , वनमंत्री जी अपने मुख्यमंत्री जी को थेंक्स बोल देना कि मै ज़िंदा बच गया…. pic.twitter.com/PAUs4HWcyH
— Narendra Saluja (@NarendraSaluja) January 10, 2022
वहीं कांग्रेस नेता ने एक अन्य ट्वीट में लिखा कि खर्राटे वालों सावधान, आपके खर्राटे सुनकर तेंदुआ आपकी नाक पर हमला कर सकता है। वहीं कई अन्य यूजर्स ने भी कई तरह के मजेदार रिएक्शन दिए हैं। एक ट्विटर यूजर ने कहा है कि ये मंत्री भी हैं और एंटरटेनर भी, दो ज़िम्मेदारियां हैं इनके कंधों पर। किसी ने लिखा है कि मध्यप्रदेश अजब है यहां के मंत्री गजब हैं।
दरअसल वनमंत्री हाल ही में पचमढ़ी में तेंदुए के हमले में घायल युवक को देखने पहुंचे थे। उन्होंने इस घटना का जिक्र करते हुए लोगों को यह सलाह दी है। कुछ दिनों पहले पचमढ़ी के पास नीमघान गांव के जंगल में तंबू तान कर सो रहे ग्रामीणों पर तेंदुए ने हमला कर दिया था। तेंदुआ एक युवक को खींचकर ले गया था। लेकिन साथी ग्रामीणों ने किसी कदर उसे तेंदुए से बचा लिया। ग्रामीण ने तेंदुए के जबड़े में घूंसे मारे, तब जाकर तेंदुए ने युवक को छोड़ा। इस हमले में युवक के नाक और सिर में गंभीर चोट आई है। घायल के साथियों का कहना है कि वह खर्राटे भर रहा था इसिलए तेंदुए ने उस पर हमला किया, औऱ अन्य को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया। घटना की खबर पाकर वन विभाग टीम पहले उसे इलाज के लिए पचमढ़ी ले गई, जहां से उसे भोपाल एम्स रेफर कर दिया गया। वनमंत्री इसी घटना का जिक्र मजाकिया अंदाज में कर रहे थे।