मध्य प्रदेश विधानसभा में अध्यक्ष-उपाध्यक्ष का चुनाव होगा या नहीं, 27 दिसंबर को सर्वदलीय बैठक में फैसला

29 दिसंबर को इन दोनों पदों पर चुनाव के लिए अधिसूचना हो चुकी है जारी, बीजेपी के खाते में दोनों पद जाने के आसार, अध्यक्ष पद की होड़ में बीजेपी के 6 विधायक

Updated: Dec 24, 2020, 05:05 PM IST

Photo Courtesy: India Today
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भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के निवार्चन को लेकर अब तक सर्वसम्मति नहीं बन पाई है। इसे लेकर अब खबर है कि विधानसभा के शीतकालीन सत्र के संचालन के लिए प्रोटेम स्पीकर द्वारा 27 दिसंबर को बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में स्थिति साफ होगी। हालांकि विधानसभा सचिवालय सत्र के दौरान 29 दिसंबर को अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के निर्वाचन की अधिसूचना जारी कर चुका है।

दरअसल, सर्वदलीय बैठक में कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखकर सत्र के स्वरूप पर फैसला लिया जाना है। इस बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ, संसदीय कार्यमंत्री नरोत्तम मिश्रा और कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक डॉ. गोविंद सिंह के अलावा सपा और बसपा विधायक शामिल होंगे। इसी दौरान अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के चुनव पर भी चर्चा होने के आसार हैं।

बताया जा रहा है कि अध्यक्ष पद के लिए बीजेपी के 6 विधायक अपनी दावेदारी कर रहे हैं। इनमें विंध्य के वरिष्ठ विधायक गिरीश गौतम सबसे आगे हैं। संभवनाएं जताई जा रही है कि पूर्व विधानसभा अध्यक्ष डॉ सीतासरन शर्मा को एक बार फिर से मौका मिल सकता है। इनके अलावा जो नाम सामने आए हैं उनमें नागौद से नागेंद्र सिंह, रीवा से राजेन्द्र शुक्ला, सीधी विधायक केदार शुक्ला और मंदसौर से यशपाल सिंह सिसोदिया शामिल हैं। हालांकि पार्टी स्तर पर इसे लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई है। 

मध्य प्रदेश विधानसभा में बहुमत होने के कारण अध्यक्ष पद तो बीजेपी का होगा ही, साथ ही उपाध्यक्ष भी बीजेपी से ही चुना जाएगा। सरकार उपाध्यक्ष पद विपक्ष को देने के मूड में नहीं दिख रही है। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा इस बात का संकेत दे चुके हैं। मिश्रा ने कहा है कि उपाध्यक्ष का पद विपक्ष को देने की परंपरा रही है, लेकिन कमलनाथ सरकार के दौरान यह परंपरा तोड़ी गई। उस समय यह पद विपक्षी दल भाजपा को देने के बजाय सरकार ने अपने पास रखा था।