पुराने भोपाल में व्यापारियों की नई पहल, नो वैक्सीन नो एंट्री का नारा किया बुलंद

कोरोना के बढ़ते मामलों और वैक्सीन के प्रति लोगों की लापरवाही से निपटने का तरीका भोपाल के थोक व्यापारियों ने निकाला है, अब थोक बाजार में बिना वैक्सीन लगवाए आने वाले ग्राहकों को माल नहीं देने की बात कही जा रही है

Publish: Dec 03, 2021, 09:05 AM IST

Photo Courtesy: patrika
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भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर की आशंका और नए वेरिएंट के खतरे के मद्देनजर कई कड़े कदम उठाए जा रहे हैं। राजधानी भोपाल के थोक व्यापारियों ने फैसला किया है कि बिना वैक्सीनेशन आने वाले किसी ग्राहक को सामान नहीं बेचेंगे। पुराने भोपाल में व्यापारियों ने नो वैक्सीनेशन, नो एंट्री का नारा बुलंद किया है। पुराने भोपाल के थोक किराना व्यापारियों ने इसकी पहल की है। जुमेराती हनुमानगंज के किराना व्यापारियों का कहना है कि अगर बिना कोरोना वैक्सीन के कोई खरीदारी करने आएगा तो उन्हें सामान नहीं दिया जाएगा। वैक्सीनेशन प्रमाणपत्र दिखाने पर ही एंट्री मिलेगी।

बाजारों में बिना मास्क आने पर भी लोगों को रोका-टोका जाएगा। थोक किराना मार्केट में कार्यरत कर्मचारियों, मजदूरों, हम्मालों को भी करोना वैक्सीन की दोनों खुराक लगवाने पर ही काम करने दिया जाएगा। माल ढ़ोने, बेचने और खरीदने वालों को बाजार में मास्क पहन कर रहना होगा। कोरोना के नए वेरिएंट के खतरे के मद्देनजर लोगों से अपील की जा रही है कि जल्द से जल्द वैक्सीन की डोड लगवा ली जाए।

दरअसल भोपाल से पहले इंदौर की 56 दुकान के व्यापारी इस तरह का फरमान जारी कर चुके हैं। बाजारों में बढ़ती भीड़ को देखते हुए व्यापारियों ने लोगों को वैक्सीनेशन के बाद ही बाजारों में प्रवेश देने की बात कही थी। वहीं इसके प्रति लोगों को जागरुकर करने में राज्य के कई धार्मिक, राजनीतिक और सामाजिक संगठनों लगे हैं।   वहीं इंदौर में तो ऐसे लोगों की सुविधा के लिए मार्केट एरिया में ही वैक्सीनेशन सेंटर बना दिया गया है।

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मध्यप्रदेश में पिछले 2 सप्ताह में करीब 200 नए मरीजों की पुष्टि हुई है। जिनमें से 87 कोरोना संक्रमित मरीज भोपाल में मिले हैं। वहीं इंदौर 72, रायसेन 12, जबलपुर 8 और होशंगाबाद, अशोकनगर, नरसिंहपुर और बैतूल में 1-1 मरीज हैं।प्रदेश में कोरोना एक्टिव मरीजों की संख्या 128 है। प्रदेश में वैक्सीनेशन का काम भी तेजी से जारी है।

 दरअसल नवरात्र और दिवाली का त्यौहार के बाद शादियों का सीजन शुरू होने की वजह से बाजारों में काफी भीड़ उमड़ रही है। ना तो लोग मास्क लगाने के लिए जागरुक हैं और ना वैक्सीनेशन और सोशल डिस्टेंसिंग के लिए। ऐसे में व्यापारियों की पहल असरदार साबित हो सकती है।