भोपाल में 1800 करोड़ के ड्रग्स कांड में नया मोड़, अरुण यादव बोले- सरगना निकला भाजपाई

एटीएस-एनसीबी की टीम ने एमपी के मंदसौर से कुख्यात ड्रग्स पैडलर हरीश अंजाना को किया गिरफ्तार, डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा के साथ तस्वीरें वायरल

Updated: Oct 07, 2024, 12:55 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में पुलिस की नाक के नीचे नशे का जखीरा चल रहा था। साबुन बनाने के नाम पर फैक्ट्री में एमडी ड्रग्स बनाया जा रहा था। एनसीबी की कार्रवाई में यहां 1800 करोड़ रूपए के ड्रग्स मिले हैं। प्रदेशभर में हड़कंप मचा देने वाले इस मामले में अब नया मोड़ आ गया है। कांग्रेस नेता अरुण यादव ने दावा किया है कि इस पूरे ड्रग्स रैकेट का सरगना भाजपाई है। यादव ने राज्य के उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा के साथ आरोपी ड्रग्स पैडलर की तस्वीरें भी जारी की है।

अरुण यादव ने डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा के साथ ड्रग्स पैडलर हरीश अंजाना की तस्वीरें शेयर करते हुए  लिखा की भोपाल में 1800 करोड़ रुपये की एमडी ड्रग का सरगना निकला भाजपाई। उन्होंने पीएम मोदी पर हमला करते हुए कहा कि आप तो कांग्रेस पर झूठे आरोप लगा रहे थे, मगर मप्र में तो करोड़ों रुपये की एमडी ड्रग के मामले में भाजपा वाले ही पकड़ में आ रहे हैं।

यादव ने आगे लिखा, 'मुझे तो लगता है इसीलिए मप्र पुलिस एवं इंटेलिजेंस को पता नहीं चल पाया होगा।' बता दें कि गुजरात एटीएस और एनसीबी की टीमों ने भोपाल के अमित चतुर्वेदी और महाराष्ट्र के नासिक निवासी सान्याल प्रकाश बाने को गिरफ्तार किया था। लेकिन अब इस मामले का मंदसौर कनेक्शन भी निकलकर आया है। 

एनसीबी की टीमों ने इस गैंग से जुड़े मंदसौर जिले के निवासी मुख्य तस्कर हरीश आंजना को भी गिरफ्तार किया है। हरीश अफजलपुर थाना क्षेत्र के ग्राम मालिया खेरखेड़ा का निवासी है। हरीश इस रैकेट का मुख्य सरगना बताया जा रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक ड्रग्स की सप्लाई का संचालन उसी के जिम्मे थी। वह कथित तौर पर भाजपा के युवा मोर्चा (BJYM) से जुड़ा हुआ है और उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा का करीबी बताया जा रहा है। देवड़ा के साथ उसकी एक नहीं कई तस्वीरें सामने आई हैं।

हरीश पर मादक पदार्थों की तस्करी के मामलों में पहले भी प्रकरण दर्ज हो चुके हैं। बताया जा रहा है कि गुजरात एटीएस और एनसीबी की टीम को खबर मिली कि भोपाल में बन रही ड्रग्स का मुख्य तस्कर हरीश ही है, जिसके बाद टीमें रविवार दोपहर मंदसौर पहुंचीं और हरीश को गिरफ्तार कर लिया। टीम की कार्रवाई इतनी तेज थी, कि मध्य प्रदेश पुलिस के खुफिया विभाग को भी इसकी भनक नहीं लगी थी।

बहरहाल, मुख्य आरोपी का भाजपा कनेक्शन सामने आने के बाद प्रदेश की सियासत में हड़कंप मच गया है। फिलहाल, भाजपा की ओर से इस मामले में कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी इस पूरे ड्रग्स रैकेट में पुलिस की मिलीभगत की आशंका जताई थी। सिंह ने ट्वीट कर कहा था कि पुलिस को इस ड्रग्स रैकेट की सारी जानकारी थी और हफ़्ता वसूली किया जा रहा था। उन्होंने यहां तक लिखा है कि जो मुर्गी सोने का अंडा देती है उसे कौन मारेगा?