भोपाल में लगातार बढ़ रही है डेंगू संक्रमित मरीजों को संख्या, बच्चे की संदिग्ध मौत ने बढ़ाई चिंता

राजधानी भोपाल में एक 10 साल के बच्चे की डेंगू से मौत होने का दावा किया जा रहा है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग ने इससे इनकार कर दिया है।

Publish: Sep 22, 2023, 11:49 AM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में डेंगू का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। गुरुवार तक 4 नए मरीज मिलने के साथ मरीजों का आंकड़ा बढ़कर 270 के पार हो गया है। इसके साथ ही हमीदिया अस्पताल के शिशु रोग विभाग में भर्ती 10 साल के कृष्णपाल की बुखार से मौत हो गई थी। बच्चे के पिता का कहना है कि बेटे ने डेंगू की वजह से दम तोड़ा है। वहीं स्वास्थ्य विभाग इस बात से लगातार इनकार कर रहा है। 

सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर तिवारी का कहना है कि भोपाल में डेंगू से अब तक किसी मरीज की मौत नहीं हुई है। जिला मलेरिया अधिकारी ऑफिस से भी अब तक डेंगू से किसी मरीज की मौत की रिपोर्ट सामने नहीं आई। हालांकि केस बढ़ने की बात सामने आई है।

स्वास्थ्य विभाग शहर के सेंसटिव जोन में लार्वा और फीवर सर्वे तो कर रहा है। लेकिन, नगर निगम एंटी लार्वा फॉगिंग नहीं कर रहा है। शहर में कहीं पर भी नगर निगम फॉगिंग नहीं कर रहा है। जबकि शहर के अलग-अलग हिस्सों से डेंगू के रैपिड कार्ड और एलाइजा पॉजिटिव मरीज रोजाना मिल रहे हैं। 

भोपाल के जिला मलेरिया कार्यालय की रिपोर्ट के अनुसार, भोपाल के 9 इलाके सेंसटिव जोन हैं। इन इलाकों को अतिसंवेदनशील क्षेत्र घोषित किया गया है। इन क्षेत्रों में 5 से ज्यादा डेंगू पॉजिटिव मरीज मिले हैं। इस रिपोर्ट के मुताबिक बीते साल की तुलना में इस साल डेंगू संक्रमितों की संख्या दोगुनी हो गई है।

भोपाल में जिस 10 वर्षीय बच्चे की मौत डेंगू से हुई है उसके पिता पर्वत सिंह ने बताया कि '7 सितंबर को कृष्णपाल को बुखार होने पर हमीदिया अस्पताल के शिशु रोग वार्ड में भर्ती कराया था। डॉक्टर्स ने बच्चे को आईसीयू में भर्ती कर दिया। यहां सात दिन इलाज के बाद उसकी मौत हो गयी। बच्चे की मौत के 8 दिन बाद भी सीएमएचओ और जिला मलेरिया अधिकारी दफ्तर की ओर से कोई टीम अब तक न तो लार्वा सर्वे करने आई है और न ही फीवर सर्वे करने।