भ्रष्टाचार के सारे रिकॉर्ड तोड़ रहा नर्सिंग घोटाला, उच्च न्यायालय की निगरानी में हो जांच: कमलनाथ
पूर्व सीएम ने कहा कि मध्य प्रदेश का नर्सिंग कॉलेज घोटाला भ्रष्टाचार के सारे रिकॉर्ड तोड़ रहा है। अब यह साफ़ दिख रहा है कि राज्य और केंद्र की जाँच एजेंसियों ने जाँच के नाम पर जमकर भ्रष्टाचार किया।
भोपाल। मध्य प्रदेश की बहुचर्चित नर्सिंग घोटाले को लेकर राज्य की भाजपा सरकार चौतरफा घिरी हुई है। मामले में सीबीआई अफसरों की संलिप्तता सामने आने के बाद एक के बाद अब जांच को लेकर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने हाईकोर्ट की निगरानी में मामले की जांच की मांग की है।
कमलनाथ ने ट्वीट किया, 'मध्य प्रदेश का नर्सिंग कॉलेज घोटाला भ्रष्टाचार के सारे रिकॉर्ड तोड़ रहा है। अब यह साफ़ दिख रहा है कि राज्य और केंद्र की जाँच एजेंसियों ने जाँच के नाम पर जमकर भ्रष्टाचार किया। इससे यह भी पता चलता है कि मध्य प्रदेश के व्यापम घोटाले में कैसे लीपापोती की गई होगी? पटवारी भर्ती घोटाले को कैसे क्लीन चिट मिली होगी? महाकाल लोक घोटाले के गुनहगारों को कैसे बचाया गया होगा?'
कमलनाथ ने आगे लिखा, 'जाँच में इस तरह का भ्रष्टाचार बिना ऊपर के संरक्षण के नहीं हो सकता। सच्चाई तभी सामने आ सकती है जब उच्च न्यायालय की निगरानी में निष्पक्ष जाँच करायी जाए।'
मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस नेता अरुण यादव ने कहा कि मध्य प्रदेश के नए माननीय न्यायाधिपति जी स्वत: संज्ञान लेकर नर्सिंग और व्यापमं दोनों ही महाघोटालों की "जांच की भी जांच करवाएं" क्योंकि भ्रष्टाचार की नदी देश एवं प्रदेश में अब समुंदर के रूप में तब्दील हो चुकी है और देश-प्रदेशवासियों का विश्वास अब सिर्फ और सिर्फ न्यायपालिका पर ही है। मुझे यकीन है कि अब न्यायपालिका ही इन वास्तविक भ्रष्टाचारियों के चेहरों को बेनकाब कर इनके मंसूबों पर कालिख पोतेगी।