दिल्ली में MP कांग्रेस की समीक्षा बैठक, हार के कारणों पर खुलकर चर्चा हुई

समीक्षा बैठक के बाद कांग्रेस प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि बैठक के दौरान प्रदेश के नेताओं ने कहा कि आगे का निर्णय मल्लिकार्जुन खड़गे लें कि किस प्रकार से संगठन की रचना हो और हम आगे बढ़ें।

Updated: Dec 09, 2023, 09:56 AM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में मिली अप्रत्याशित हार के बाद शुक्रवार को दिल्ली में कांग्रेस की समीक्षा बैठक हुई। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव केसी वेणुगोपाल ने प्रदेश के नेताओं से हार की समीक्षा की। इस दौरान सभी नेताओं ने बताया क्या कमियां थी और वे मध्य प्रदेश चुनाव क्यों हारे।

समीक्षा बैठक में पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ, पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह, प्रदेश प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला, कैंपेन कमेटी के अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया, नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह, सीडब्ल्यूसी मेंबर कमलेश्वर पटेल, सीईसी मेंबर ओमकार सिंह मरकाम भी मौजूद रहे। करीब दो घंटे तक चली इस बैठक में सभी नेताओं ने हाईकमान के साथ अपने विचार साझा किए।

बैठक के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए प्रदेश प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा, 'आज मध्य प्रदेश कांग्रेस की समीक्षा बैठक हुई, जिसमें चुनाव नतीजों का विश्लेषण किया गया। इस दौरान हार के कारणों पर खुलकर चर्चा हुई। मध्य प्रदेश का मन जीतने में हमसे कहां कमी हुई, इसे लेकर हमने खुले मन से विश्लेषण और चर्चा किया। कांग्रेस अध्यक्ष ने सारी बातें विस्तृत तरीके से सुनने के बाद कुछ सुझाव भी दिए।'

सुरजेवाला ने कहा, ' प्रदेश के सभी नेताओं ने आगे का निर्णय कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे जी पर छोड़ दिया है कि वे अपना मार्गदर्शन दें। मध्य प्रदेश में किस प्रकार से संगठन की रचना हो और कांग्रेस पार्टी आगे बढ़े। सभी नेताओं ने यह भी कहा कि जल्द ही पार्टी पर्यवेक्षक बनाए, ताकि विपक्ष का नेता तय हो और हम मध्य प्रदेश की सेवा में जुट जाएं। मध्य प्रदेश के साढ़े आठ करोड़ से ज्यादा मतदाताओं को हम कहना चाहते हैं कि हम सजग पहरेदार की तरह आपके अधिकार की रक्षा करेंगे।'

सुरेजावाला ने कहा कि मध्य प्रदेश में अगर एक व्यक्ति पर भी अन्याय होगा तो कांग्रेस पार्टी उसके साथ खड़ी रहेगी। नौजवान, किसान, गरीब और महिलाओं के साथ हम अन्याय नहीं होने देंगे। जनता का निर्णय स्वीकारते हुए हम विपक्ष की भूमिका अदा करेंगे। नतीजे जरूर निराशाजनक हैं, आशा के अनुरूप नहीं हैं लेकिन जनता ने जो आदेश दिया है वो पूरा करेंगे।' ईवीएम से जुड़े सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि बैठक में बहुत सारे अन्य मुद्दों पर भी चर्चा हुई, लेकिन पार्टी फोरम की सारी बातें सार्वजनिक चर्चा में लाना उचित नहीं है।