MP Rice Scam: इंदौर में 50 करोड़ का चावल घोटाला, 900 बोरी चावल मिला

PSD Scam: महू में व्यापारियों के ठिकाने से मिलीं ग़रीबों को बांटे जाने वाले चावल की बोरियां, खाद आपूर्ति निगम में परिवहनकर्ता पर गड़बड़ी का आरोप

Updated: Sep 13, 2020, 04:01 AM IST

इंदौर। मध्य प्रदेश के 28 जिलों में सार्वजनिक राशन वितरण के लिए दिए गए चावल घोटाले के तार इंदौर से जुड़ गए हैं। शनिवार को जिला प्रशासन ने महू में लगभग 50 करोड़ रुपए के अनाज घोटाले का पर्दाफ़ाश किया। नागरिक आपूर्ति निगम के इंदौर जिले के परिवहनकर्ता के बेटे के गोदाम से गरीबों को बांटा जाने वाला 900 बोरी चावल पकड़ा गया है। कुछ पर सरकारी सील लगी हुई है।

कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि महू के अनाज घोटाले के तार बालाघाट, मंडला और नीमच से भी जुड़े पाए गए हैं। प्राथमिक जांच में व्यापारी मोहनलाल अग्रवाल और उसके सहयोगियों के नाम आए हैं। इसमें नागरिक आपूर्ति निगम के एक कर्मचारी की संलिप्तता भी पाई गई है। इन्हीं पांच लोगों के ख़िलाफ़ एफआइआर दर्ज की गई है।इस घोटाले में फिलहाल तो 50 करोड़ की हेरा फेरी सामने आ रही है लेकिन इसके 100 करोड़ से ज़्यादा होने की संभावना है। 

कलेक्टर मनीष सिंह

उन्होंने बताया कि मोहन अग्रवाल खाद आपूर्ति निगम में परिवहनकर्ता है। परिवहन कर्ता की ही हैसियत से मोहन अग्रवाल जहां राशन की दुकानों में अनाज पहुंचाता था वहीं हर बार 8-10 क्विंटल चावल वापस ले लेता था और फिर अपने बेटे मोहित अग्रवाल की फर्म पर फर्जी बिल बनवाकर उसे खपाता था।