Digvijay Singh : RSS और BJP आरोपियों को बचाने में लगी

Hoshangabad : सरस्वती ग्रामोदय विद्यालय के 12वीं के छात्र की मौत पर दोषी आचार्य को बचाने का प्रयास, कोर्ट में रखे जाएं पूरे तथ्‍य

Publish: Jul 14, 2020, 08:32 AM IST

मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने प्रदेश के पुलिस महानिदेशक विवेक जौहरी से मुलाकात कर छात्र शिवाजी की संदिग्ध मौत को लेकर बनाए जा रहे राजनैतिक दबाव के संबंध में एक पत्र सौंपा है। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने डीजीपी से कहा है कि आरएसएस और बीजेपी के नेता मामले में संलिप्त दोषियों को बचाने के लिए पुलिस पर राजनीतिक दबाव बना रहे हैं जबकि मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय ने आरोपियों की अग्रिम जमानत भी खारिज़ कर दी है। उन्होंने डीजीपी से अनुरोध किया है कि पुलिस अदालत में पूरे तथ्य पेश करे जिससे दोषियों को सख्त से सख्त सजा मिले व पीड़ित परिवार को न्याय मिल सके।

बता दें कि पिछले वर्ष 7 दिसम्बर 2019 को बनखेड़ी तहसील के ग्राम रामनगर निवासी छात्र शिवाजी चौधरी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। स्थानीय पुलिस को 12वीं कक्षा के इस होनहार छात्र का शव रेल पटरी पर क्षतविक्षत अवस्था में मिला था। मृतक छात्र शिवाजी ग्राम पलिया पिपरिया में सरस्वती ग्रामोदय विद्यालय का छात्र था। शिवाजी की मौत के बाद पिता हरिराम चौधरी ने स्थानीय सोहागपुर थाने में एफ.आई.आर. दर्ज कराई थी। उन्होंने स्कूल के आचार्य नरेश पटेल और आचार्य अनिल अग्रवाल पर शिवाजी को मानसिक रूप से प्रताड़ित करने के आरोप लगाये थे। बाद में पुलिस ने जांच में स्कूल के प्राचार्य भवानी शंकर पाराशर को भी दोषी पाकर आरोपी बनाया था। 

मृत छात्र के पिता हरिराम चौधरी का कहना है कि कुछ स्थानीय नेता राजनैतिक दबाब बनाकर आरोपियों को बचाने का प्रयास कर रहे हैं। जिले के दो विधायक खुलकर प्रताड़ना में शामिल आचार्यों का साथ दे रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि होशंगाबाद विधायक सीताशरण शर्मा ने अपने ज्ञापन देने की जानकारी फेसबुक पर पोस्ट करके मध्यप्रदेश भाजपा और आर.एस.एस. का उल्लेख किया है। उन्होंने कहा, 'इससे स्पष्ट है कि उच्च स्तर से आरोपियों को बचाने के प्रयास चल रहे हैं। आरोपी अनिल अग्रवाल फरार है, स्थानीय पुलिस ने उस पर इनाम घोषित करने के लिये पत्र लिखा है। पुलिस अधीक्षक को दिये पत्र में भाजपा जिलाध्यक्ष लिखते हैं कि अनिल अग्रवाल स्कूल में आचार्य नहीं है वहीं विधायक लिखते है कि आचार्य अनिल अग्रवाल पर झूठा प्रकरण दर्ज किया गया है दोनों जिम्मेदार नेता विरोधाभासी बात लिख रहे हैं।'

मृत छात्र के पिता हरिराम चौधरी का आरोप है कि पुलिस उच्च राजनैतिक दबाव में आकर अनिल अग्रवाल का नाम चालान से हटा सकती है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने पुलिस महानिदेशक से कहा है कि शिवाजी की मौत के मामले के तीनों आरोपियों के विरूद्ध पूरे तथ्य अदालत के सामने रखें जायें और किसी भी आरोपी का नाम कोर्ट में चलान प्रस्तुत करते समय न हटाया जाये। ताकि दोषियों को सजा और पीड़ित परिवार को न्याय मिल सके।