Satna: पुलिस की गोली से लॉकअप में संदिग्ध की मौत, थाना प्रभारी और कांस्टेबल सस्पेंड, कमल नाथ का सवाल, ये कैसी कानून व्यवस्था

MP Death in Police Custody: सतना के सिंहपुर थाने के लॉकअप में एक संदिग्ध की गोली लगने से मौत पर परिजनों का हंगामा, हाई वे जाम, पीड़ित परिवार को 10 लाख की आर्थिक सहायता की घोषणा, हटाए गए एसपी

Updated: Sep 28, 2020, 10:58 PM IST

भोपाल। सतना जिले में पुलिस हिरासत में एक व्यक्ति की गोली लगने से मौत के बाद हंगामा हो गया है। परिजनों के हंगामे को रोकने के लिए पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा। पथराव के बाद पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी दागे। आक्रोशित लोगों ने हाई वे जाम कर विरोध किया। परिजनों का आरोप है कि हिरासत में लिए गए व्यक्ति को लॉकअप में पुलिस ने गोली मारी है। घटना के बाद सतना एसपी ने थाना प्रभारी और एक कांस्टेबल को निलंबित कर दिया है।

 सतना जिले के सिंहपुर में पिछले दिनों चोरी हुई थी। चोरों ने राइफल समेत लाखों रुपए का सामान चुरा लिया था। चोरी की विवेचना कर रही है सिंहपुर पुलिस ने एक संदेह के आधार पर छापा मारकर राजपति कुशवाहा को हिरासत में लिया था। इसके साथ 2 अन्य लोगों से पुलिस हिरासत में पूछताछ की जा रही थी। 38 वर्ष के राजपति की थाना प्रभारी की सर्विस रिवाल्वर से गोली लगने से मौत हुई है। 

सतना पुलिस का कहना है कि राजपति कुशवाहा ने थाना परिसर में स्वयं को गोली मार ली थी। उसे घायल अवस्था मे बिरला अस्पताल में उपचार हेतु भर्ती कराया गया, जहाँ से प्राथमिक उपचार के बाद मेडिकल कॉलेज रीवा रेफर किया गया। वहां पहुंचने से पहले उसकी मौत हो गई।

परिजनों का आरोप है कि राजपति ने खुद को गोली नहीं मारी बल्कि उसे पुलिस ने मारा है। परिजनों का सीधा आरोप कि थानेदार ने शराब के नशे में गोली मार कर राजपति कुशवाहा की हत्या कर दी। उन्होंने शव लेने से इनकार कर दिया और थाने के सामने धरना दे दिया। पुलिस से साथ विवाद के बाद परिजन उग्र हो गए। मृतक के परिजन और बड़ी संख्या में ग्रामीणों के उग्र प्रदर्शन के दौरान हुए पथराव को रोकने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे। 

घटना के बाद पुलिस अधीक्षक रियाज इकबाल ने सिंहपुर थाना प्रभारी विक्रम पाठक और सिपाही आशीष को किया निलंबित किया है। दोनों को पुलिस लाइन से किया अटैच कर घटना की जांच के आदेश दिए गए हैं। 

 

घटना की उच्चस्तरीय जांच हो: कमल नाथ 

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ ने घटना पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा है कि शिवराज सरकार में ये कैसी क़ानून व्यवस्था? परिजन आरोप लगा रहे है कि थाने में पूछताछ के लिए लाए गए राजपति कुशवाह नामक व्यक्ति को रात में लॉकअप में गोली मार दी गई। परिजन व ग्रामीण शव लेने व घटना का विरोध करने जब थाने पहुंचे तो उन पर बर्बर तरीक़े से लाठीचार्ज किया गया। उन्हें शव भी नहीं दिया जा रहा है। मै सरकार से मांग करता हूं कि इस घटना की उच्चस्तरीय जांच हो, दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो, परिवार को इंसाफ़ मिले।