फ्री परिवहन का वादा था शिवराज सरकार ने वसूला किराया

NEET Exam 2020: नीट परीक्षा में शामिल छात्रों से परिवहन के नाम पर वसूले गए दो सौ रुपए, कांग्रेस ने कहा कि पैसे नहीं लौटाए तो प्रदर्शन

Updated: Sep 15, 2020, 08:59 AM IST

Photo Courtesy: Latest News Headline
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भोपाल। प्रदेश की शिवराज सरकार ने नीट 2020 में शामिल होने वालों छात्रों के लिए नि:शुल्क परिवहन उपलब्ध कराने का वादा किया था। लेकिन बच्चों से लिया गया यह वादा भी शिवराज सिंह चौहान की अन्य घोषणाओं की तरह कोरा वादा बन कर रह गया। कांग्रेस का आरोप है कि नीट परिक्षार्थियों से किराए के पैसे वसूलें गए हैं। छात्रों से लिए गए दो-दो सौ रुपए लौटाए नहीं गए तो कांग्रेस शिवराज सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरेगी।

कांग्रेस प्रवक्ता भूपेंद्र गुप्ता का कहना है कि एक तरफ सरकार परीक्षार्थियों को नि:शुल्क परिवहन सुविधा देने का दावा करती है, वहीं दूसरी तरफ मध्य प्रदेश के जिले में अन्य जिलों से नीट की परीक्षा देने आए बच्चों से स्थानीय परिवहन के नाम पर आने जाने का दो-दो सौ रुपये शुल्क वसूला गया। ऐसे आदेश स्वयं शिक्षा आयुक्त ने जारी कर मध्य प्रदेश के गरीब बच्चों की कमर तोड़ दी है।

मध्य प्रदेश लोक शिक्षण संचालनालय के तुगलकी फरमान के अनुसार मध्यप्रदेश के प्रतिभाशाली गरीब बच्चों लूटने की मंशा साफ जाहिर होती है। सरकार न केवल इस निर्णय को वापस ले बल्कि परीक्षार्थियों से वसूली गई रकम उन्हें लौटाये। कांग्रेस ने चेतावनी दी है कि अगर छात्रों के पैसे नहीं लौटाए गए तो बीजेपी को फिर से यूट्यूब पर लाखों डिसलाइक भेजे जायेंगे। कांग्रेस ने चेतावनी दी है कि मध्यप्रदेश सरकार के इस फैसले के खिलाफ सड़कों पर उतरेगी। सरकार ने पहले तो निशुल्क परिवहन देने का वादा किया और अब उनसे पैसे वसूले जा रहे हैं।