कुबेरेश्वर धाम में हालात बेकाबू, तीन लोगों की मौत के बाद रुद्राक्ष वितरण स्थगित

आयोजन स्थल पर भीड़ और अव्यवस्था के कारण मची भगदड़ में 73 लोग घायल हो गए, दो महिलाओं और एक तीन साल के बच्चे समेत तीन लोगों की मौत से रुद्राक्ष महोत्सव पर भारी असर पड़ा है और उसे स्थगित कर दिया गया है

Updated: Feb 17, 2023, 12:12 PM IST

सीहोर। कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा द्वारा आयोजित रुद्राक्ष महोत्सव में हजारों लोग बदइंतजामी के शिकार हो गए। रुद्राक्ष महोत्सव में शामिल होने कुबेरेश्वर धाम आए लोगों में अबतक तीन की मौत हो चुकी है। मृतकों में दो महिला और एक बच्चा शामिल है। वहीं, हालात बेकाबू होने के बाद रुद्राक्ष वितरण स्थगित कर दिया गया है।

महाराष्ट्र के जलगांव से विनोद भट्ट अपने दो बच्चों और पत्नी को लेकर रुद्राक्ष वितरण समारोह में सीहोर आए थे। उनके तीन साल के बेटे अमोघ भट्‌ट की तबीयत पहले से थोड़ी खराब थी। सड़क पर जाम और गाड़ी की सुविधा नहीं हाेने के कारण उन्हें पैदल चलकर आना पड़ा। इस कारण बच्चे की तबीयत और खराब हाे गई। आनन फानन में माता-पिता उसे जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां शुक्रवार सुबह डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। 

सीहोर जिला अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार दो महिलाओं की भी मौत हुई है। जबकि पिछले 24 घंटे में 73 लोग घायल हुए हैं। घायलों की संख्या काफी ज्यादा हो सकती है क्योंकि यह आंकड़ा केवल उनका है जो इलाज के लिए जिला अस्पताल पहुंचे थे। वहीं दर्जनों लोग अपने परिवार से बिछड़ कर लापता भी हैं। उन्हें ढूंढने की कोशिशें जारी है।

रुद्राक्ष महोत्सव का आज दूसरा दिन है। लाखों की संख्या में श्रद्धालु सुबह से ही रुद्राक्ष के लिए लाइन में लगे हैं। हालांकि, रुद्राक्ष का वितरण कल शाम से ही रोक दिया गया है। देशभर से आए लोग बिना दर्शन और रुद्राक्ष के मायूस होकर लौट रहे हैं। उनके मन में पंडित प्रदीप मिश्रा को लेकर काफी गुस्सा भी है। अपनी आंखों के सामने लोगों को भगदड़ में घायल होते और मरते देख लोग पंडित प्रदीप मिश्रा को जमकर कोस रहे हैं।

कुबेरेश्वर धाम के आसपास में पानी की बोतलें भी 40 से 50 रुपए तक में मिल रही है। पंडित प्रदीप मिश्रा अथवा प्रशासन की ओर से श्रद्धालुओं के शौच की भी व्यवस्था नहीं की गई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक आसपास के गांवों में भी श्रद्धालुओं से नहाने-शौच के लिए 50 से 100 रुपए तक वसूले गए हैं।

अव्यवस्था को लेकर हंगामा होने के बाद प्रदीप मिश्रा ने कहा कि जो रुद्राक्ष के लालच में यहां पर आ रहा है, उससे हाथ जोड़कर निवेदन है कि वह यहां न आए। अपना टिकट कैंसिल करा लें। अब बाबा और कथा के लालच में आना। उन्होंने श्रद्धालुओं की मौत को लेकर कहा कि जिसका लिखा होगा तो मौत होगी ही। प्रदीप मिश्रा के इन बयानों से भी श्रद्धालु काफी आहत हैं। लोगों ने कहा कि पहले पंडित मिश्रा ने ही सोशल मीडिया से लेकर टेलीविजन चैनलों तक दिव्य रुद्राक्ष देने का प्रचार प्रसार किया और अब अपनी बात से खुद पलट गए।

इस रुद्राक्ष वितरण कार्यक्रम के कारण भोपाल से इंदौर व अन्य जगह जाने वाले लोगों को भी काफी दिक्कतें हुई हैं। भोपाल के अशोका गार्डन में रहने वाली और पेशे से कम्प्यूटर इंजीनियर रोशनी जैन भीड़ और भगदड़ के कारण अपनी सगाई में नहीं पहुंच पाई। गुरुवार को रोशनी की मक्सी में सगाई थी। बस में लड़की का पूरा परिवार मक्सी जाने के लिए रवाना हुआ था, लेकिन सुबह 8 बजे से वे ट्रैफिक जाम में ऐसे फंसे कि रोशनी की दोपहर 12 बजे होने वाली सगाई स्थगित हो गई। शाम के 5 बजे भी उनकी बस कुबेरेश्वर धाम जाने वाले रास्ते के दूसरी तरफ जाम में ही फंसी थी। कनेक्टविटी नहीं होने से वर पक्ष के लोगों के साथ उनकी बात भी नहीं हो पा रही थी।