धार में बारिश से बिगड़े हालात, 24 घंटे में हुई रिकॉर्ड 11.86 इंच बारिश, डूब प्रभावितों ने किया चक्काजाम

धार के मनावर में पांच गांव में नर्मदा का बैकवॉटर घुस गया। लोगों ने शनिवार की रात बारिश में ही छत पर गुजारी। निसरपुर में भी सरदार सरोवर डैम के बैक वाटर से लोगों के घर डूब गए।

Updated: Sep 17, 2023, 12:55 PM IST

धार। बंगाल की खाड़ी से उठे स्ट्रॉन्ग सिस्टम के कारण मध्य प्रदेश में भारी बारिश हो रही है। इंदौर, उज्जैन और धार जिलों में बाढ़ जैसे हालात हैं। धार में पिछले 24 घंटे में रिकॉर्ड 11.86 इंच बारिश हुई है। यहां सरदार सरोवर डैम के बैक वाटर के कारण कई गांव डूब गए हैं। इससे ग्रामीणों में भारी आक्रोश है और उन्होंने कई स्थानों पर चक्काजाम किया।

धार में शनिवार सुबह 8.30 से रविवार सुबह 8.30 तक 11.86 इंच बारिश हुई। यहां पहले कभी सितंबर में इतनी बारिश नहीं हुई। धार के मनावर में पांच गांव में सरदार सरोवर का बैकवॉटर घुस गया। लोगों ने बारिश के बावजूद शनिवार की रात छत पर गुजारी। वहीं, जिले के निसरपुर क्षेत्र में सरदार सरोवर के बैकवॉटर से लोगों के आशियाने डूब गए। इसे लेकर ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। उन्होंने खंडवा बड़ौदा हाइवे को जाम कर दिया।

धार जिले में भारी बारिश के चलते बरगी डैम व अन्य बांधों के गेट खोले जाने के बाद सरदार सरोवर बांध का बैक वॉटर धर्मपुरी, मनावर निसरपुर, ड़ही क्षेत्र में लगातार बढ़ रहा है। निसरपुर क्षेत्र में भी लोगों के घरों तक पानी पहुंच गया है जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। जिन घरों को NVDA ने सुरक्षित माना था बैक वाटर उनके घरों तक पहुंच गया है। यहां तक की 16 करोड़ की लागत से बने ब्रिज के नीचे तक निसरपुर में पानी पहुंच गया है। यहां आक्रोशित लोगों ने रविवार को खंडवा बड़ौदा हाइवे जाम कर दिया।

उधर, कुक्षी विधान सभा के ग्राम कटनेरा में भी डूब प्रभावितों ने चक्काजाम किया। ग्रामीण सरकार और प्रशासन के रवैए को लेकर आक्रोशित हैं। उनका कहना है कि सरकार ने समय रहते उचित कदम नहीं उठाए। 

बता दें कि बीते तीन दिन में हुई भारी बारिश की वजह से नर्मदा नदी उफान पर है। प्रदेश के कई जिलों में नर्मदा का रौद्र रुप देखने को मिल रहा है। बड़वानी शहर के पास सजवानी गांव में नहर फूट गई। पानी घरों-खेतों में भर गया। रोड तक पानी आने से बड़वानी-सेंधवा स्टेट हाईवे पर यातायात बंद हो गया। बड़वानी में नर्मदा खतरे के निशान से 19 मीटर ऊपर बह रही है। यहां भी नदी के किनारे बसे गांव में पानी घुसने लगा है।