सॉरी बच्चों तुम्हारी फीस नहीं भर सका, सूदखोरों से तंग आकर इंदौर के मसाला व्यापारी ने की आत्महत्या

इंदौर में 35 वर्षीय व्यापारी ने की आत्महत्या, सूदखोरों से था परेशान, परिजनों के नाम सुसाइड नोट छोड़कर की आत्महत्या

Updated: Jul 25, 2023, 01:40 PM IST

इंदौर। मध्य प्रदेश में सूदखोरों के कारण कई परिवार उजड़ चुके हैं और यह सिलसिला जारी है। इंदौर में सूदखोरों से परेशान होकर सोमवार देर रात एक मसाला व्यापारी ने सुसाइड कर लिया। व्यापारी ने लाइव वीडियो बनाकर फांसी लगा ली। वीडियो में वह कहता है कि मुझे बर्बाद कर दिया गया। बच्चों की फीस तक नहीं भर सका हूं। इससे पहले युवक ने पांच पेज का सुसाइड नोट भी लिखा था।

आजाद नगर पुलिस के मुताबिक साहिल नगर के निवासी 35 वर्षीय वीरेंद्र रामगुलाम सेन ने सुसाइड किया है। मामले की जांच की जा रही है। आत्महत्या करने से पहले वीरेंद्र ने रोते हुए एक वीडियो बनाया।
वीडियो में वीरेंद्र कमिश्नर से गुहार लगाते हुए कह रहा है, 'मैं बर्बाद हो गया हूं। मेरी और परिवार के लोगों की मदद करें। सूदखोरों ने जमीन बिकवा दी। गोदाम पर पहुंचकर गाली-गलौज करते हैं। बच्चों की फीस नहीं भर पा रहा हूं। शंकर शर्मा, राजू पाल, सुनील रायकवार से ने परेशान कर दिया है। इन तीनों से 10 पर्सेंट ब्याज में पैसा लिया था। पैसा चुका रहा था तब भी ये लोग परेशान कर रहे थे। मेरे जाने के बाद परिवार के लोगों को काेई परेशान न करें।'

इससे पहले मृतक ने कमिश्नर को संबोधित सुसाइड नोट भी लिखा। इसमें वीरेंद्र ने लिखा है कि, 'ये लोग जीने ही नहीं दे रहे हैं। 2016 से इन लोगों को पैसे दे रहा हूं। मेरा बहुत अच्छा काम था सर। इन लोगों ने मुझे पूरा रोड पर ला दिया है। आप से हाथ जोड़ रहा हूं। मुझे इंसाफ दिलाना। मेरे परिवार वालों को अब ये लोग परेशान न करें। सर मैं मरना नहीं चाहता हूं, पर ये लोग जीने नहीं दे रहे हैं।'

सुसाइड नोट में वीरेंद्र ने लिखा है कि, 'राजू पाल गली नं-2 मयूर नगर से मैं एक लाख रु. लिया था। दुकान बेच कर 1.20 लाख रुपए दे दिए। इसके बाद भी मुझ पर 7 लाख रु. का कर्ज बकाया बता रहे हैं। ये लोग मुझे जीने नहीं देंगे। सुनील रायकवार रोज धमकी देता है कि मेरा पैसा दे नहीं तो अच्छा नहीं होगा। इनके पास मेरा चेक भी है। पैसे देने के बाद भी ये चेक नहीं लौटा रहे। सर मैं बहुत परेशान हो चुका हूं।'

युवक ने सुसाइड नोट में अपने परिजनों से माफी मांगते हुए लिखा, 'सॉरी पापा-मम्मी, भाई साहब, मेरा छोटा भाई, मेरा पूरा परिवार बहुत अच्छा है। सभी ने मेरा बहुत साथ दिया। सॉरी मेरी लक्ष्मी, मुझे माफ करना। सॉरी मेरे बेटे शुभम, मेरा लाडला बेटा शिवा। शुभम बेटे तेरे ऊपर बहुत बड़ी जिम्मेदारी छोड़कर जा रहा हूं।'