रीवा में चाकूबाजी की अफवाह पर बवाल, पथराव और आगजनी में पुलिस अधिकारी भी घायल

मजदूर की चाकू मारकर हत्या का अफवाह फैलने पर 500 से ज्यादा मजदूर ढेकहा चौराहे पर जमा हो गए और जमकर बवाल काटा।

Updated: Oct 18, 2023, 08:11 PM IST

रीवा। मध्य प्रदेश के रीवा में गार्ड और मजदूरों के बीच बुधवार को एक छोटे विवाद ने बड़ा रूप ले लिया। यहां मजदूर की चाकू मारकर हत्या का अफवाह फैलने पर 500 से ज्यादा मजदूर ढेकहा चौराहे पर जमा हो गए और जमकर बवाल काटा। इस दौरान हुई पथराव और आगजनी में कई पुलिसकर्मी भी घायल हो गए।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बुधवार सुबह 10 बजे सिविल लाइन थाना इलाके में आस्था मेडिकल स्टोर के सिक्योरिटी गार्ड से मजदूर की झड़प हुई। इस दौरान अफवाह फैली कि मजदूर की चाकू मारकर हत्या कर दी गई। जबकि, पुलिस का कहना है कि गार्ड ने चाबी के छल्ले से मजदूर को मारा था

अफवाह पर 500 से ज्यादा मजदूर ढेकहा चौराहे पर जमा हो गए। उन्होंने मेडिकल स्टोर के मालिक की कार जला दी। स्टोर पर पथराव किया। कुछ दूसरी दुकानों में भी तोड़फोड़ की। मजदूरों ने ढेकहा चौराहे पर चक्काजाम कर दिया। सिविल लाइन थाने से पुलिस पहुंची, लेकिन मजदूरों की संख्या बहुत ज्यादा थी। 

पुलिस ने लाठीचार्ज कर भीड़ को तितर-बितर करना चाहा लेकिन तभी कुछ मजदूरों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। लाठी से भी हमला किया। झड़प में समान थाने के टीआई जेपी पटेल, कोतवाली टीआई रूपलाल उईके समेत 10 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। कुछ मजदूरों को भी चोट पहुंची है।

बाद में मौके पर आसपास के थानों से भारी संख्या में पुलिस फोर्स पहुंचा। इंडियन तिब्बत बॉर्डर पुलिस (ITBP) के जवानों ने मोर्चा संभाला। तब जाकर स्थिति पर काबू पाया जा सका। सामाजिक कार्यकर्ता ब्रजेंद्र गौतम ने बताया कि मजदूर काफी आक्रोशित थे। स्थानीय लोगों ने साहस नहीं किया होता तो पूरे इलाके में आग फैल गई होती। प्रशासन की नाकामी है। डेढ़ घंटे तक तो कोई सीनियर अधिकारी नहीं आया। दो से ढाई घंटे हंगामा चला है।