मध्य प्रदेश में पहली से 8वीं कक्षा तक नहीं होगी परीक्षा, प्रोजेक्ट मूल्यांकन के आधार पर होगा प्रमोशन

10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं के मद्देनज़र उनकी कक्षाएं जल्द शुरू होंगी, 9वीं और 11वीं के छात्रों को हफ्ते में एक या दो दिन स्कूल जाना होगा

Updated: Dec 10, 2020, 12:52 AM IST

Photo Courtesy: Patrika
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भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार ने स्कूली बच्चों को कोरोना काल में राहत दी है। मध्य प्रदेश सरकार ने शासकीय व निजी स्कूलों में पहली से आठवीं कक्षा तक के स्टूडेंट्स को बगैर किसी परीक्षा के अगली कक्षाओं में प्रमोट करने का फैसला लिया है। बताया जा रहा है कि इन छात्रों को प्रोजेक्ट के आधार पर मूल्यांकन भी किया जाएगा। इसके अलावा मध्य प्रदेश सरकार ने 5वीं और 8वीं की बोर्ड परीक्षाएं आयोजित नहीं करने का फैसला भी कर चुकी है। 

स्कूली शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) इंदरसिंह परमार ने बताया कि प्रदेश के सभी स्कूलों में पहली से आठवीं तक के छात्र- छात्राओं को अगली कक्षा में प्रमोट करने का निर्णय लिया गया है। हालांकि विद्यार्थियों को अगली कक्षा में प्रवेश प्रोजेक्ट के मूल्यांकन के आधार पर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि बताया कि 5वीं और 8वीं की बोर्ड परीक्षाएं इस वर्ष नहीं होंगी। कक्षा 10 और 12 की बोर्ड परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी। 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं के मद्देनजर क्लासेज जल्द शुरू की जाएंगी। इसके अलावा 9वीं और 11वीं के छात्रों को हफ्ते में एक या दो दिन बुलाया जाएगा।

31 मार्च तक आठवीं तक के स्कूल बंद रहेंगे

इससे पहले मध्य प्रदेश सरकार ने एक से आठवीं तक की कक्षाओं को 31 मार्च 2020 तक बंद रखने का ऐलान किया था। शिवराज सरकार ने फैसला लिया था कि नर्सरी से आठवीं तक के स्कूल अब नए शैक्षणिक सत्र यानी एक अप्रैल 2021 से शुरू होंगे। हालांकि, स्कूल एक अप्रैल से भी खुलेंगे या नहीं यह प्रदेश में कोरोना की स्थिति पर निर्भर करता है। बता दें कि कोरोना वायरस पर काबू पाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। कुछ राज्यों में कोरोना की स्थिति में सुधार है, लेकिन जब तक कोरोना की वैक्सन नहीं आ जाती तब तक खतरा बना रहेगा।