Shivpuri : सरकारी ज़मीन पर जोत को लेकर फिर हुई दलितों की पिटाई

Dalit Atrocities in Madhya Pradesh : दबंगों ने दी अगली बार खेत पर नहीं जाने की चेतावनी के साथ जान से मारने की धमकी

Publish: Jul 18, 2020, 08:06 AM IST

शिवपुरी। ग्वालियर रीज़न में एक बार फिर दलितों को निशाना बनाया गया है और मामला फिर वही शासकीय भूमि पर जोत का है। इस बार पुलिस ने नहीं बल्कि स्थानीय दबंगों ने दलितों को पीटा है। शिवपुरी के करैरा थाना में गांव सिलरा इस घटना का गवाह बना है। 16 जुलाई को स्थानीय दबंगों ने गौचर भूमि विवाद को लेकर दलितों को इस बुरी तरह पीटा कि छह लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। करैरा थाना में पीड़ित नेतराम जाटव के शिकायत पर छह लोगों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया गया है। लेकिन अबतक किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।

कहानी शासकीय ज़मीन पर कब्जे को लेकर है। सिलरा गांव में दलितों ने अपनी भूमि के पास स्थित 10 बीघा शासकीय भूमि को जोता था जिसे बाद में दबंगों ने भी जोत दिया। 16 जुलाई को दबंगों के लोगों ने दोपहर तकरीबन 2.30 बजे बस्ती में जाकर दलितों को डराने-धमकाने के लिए हवाई फायरिंग की। गांव के रहने वाले महेंद्र बोध ने बताया कि, 'इस दौरान उन्होंने गाली-गलौज के साथ जातिसूचक शब्दों का भी प्रयोग किया। विरोध करने पर लाठी, डंडे, लुहांगी व कट्टे के बट से बेरहमी से पीटा। उन्होंने अगली बार खेत पर नहीं जाने की चेतावनी देते हुए जान से मारने की धमकी भी दी।

मारपीट के दौरान नेतराम जाटव, जसवंत जाटव, मदन जाटव, भगवान जाटव, राधे जाटव और गेब्बू जाटव बुरी तरह से जख्मी हो गए जिन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।मामले में पुलिस ने आरोपी प्रमोद ठाकुर, जगभान ठाकुर, जीतू ठाकुर, प्रदीप ठाकुर, निक्की ठाकुर, धोरू ठाकुर और सीपू ठाकुर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।

करैरा थाना इंचार्ज मनीष कुमार शर्मा ने बताया कि नेतराम जाटव के शिकायत पर छह आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 147, 148, 149, 294, 323, 336, 506 और अनुसूचित जाति एवं जनजाति (नृशंसता निवारण) अधिनियम, 1989 (संशोधन 2015) के तहत 3(1)(द), 3(1)(ध), 3(2)(A) धाराओं में मामला दर्ज की गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और अपराधियों को शीघ्र गिरफ्तार करने के लिए दबिश दे रही है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।