इस साल अगस्त में हुई 100 साल में सबसे कम बारिश, मध्य प्रदेश के 45 जिलों में सूखे जैसे हालात  

भारत में अगस्त महीने में आमतौर पर होने वाली बारिश की तुलना में इस बार 36% कम बारिश हुई। वहीं मध्य प्रदेश में इस बार 40% कम बारिश हुई है। 

Updated: Sep 01, 2023, 05:37 PM IST

Image courtesy-  TWC
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भोपाल। मानसून के चार महीनों में से आमतौर पर जुलाई में 28 सेंटीमीटर और अगस्त में सबसे अधिक 25.4 सेमी बारिश होती है जो इसबार नहीं हुई। इस साल अगस्त की वर्षा इतनी कम हुई जितनी सौ साल में नहीं हुई। मॉनसून ने अपना मिज़ाज़ बदला और चौतरफा सूखे के से हालात बनने लगे हैं। यूपी, बिहार जैसे राज्यों में तो बारिश न के बराबर हुई है लेकिन मध्य प्रदेश भी अधिकांशत: सूखा ही है। राज्य के लगभग 45 जिलों में हालात सूखे जैसे बन गए हैं।

अगस्त में मॉनसून ऐसा रुठा कि मध्य प्रदेश में ताल-तलाब, नदी और डैम खाली रह गए। कुछ जिलों में तो हालात अभी से खराब होने लगे हैं। किसान फसलों के सूख जाने के अंदेशे में टोने टोटके कर रहे हैं और मौसम विज्ञानी बादलों के रुख पढ़कर आश्वासन दे रहे हैं कि शायद सितंबर का महीना बारिश की इस कमी को कुछ संतुलित कर जाए। 

मध्य प्रदेश में अगस्त महीने के 21 दिन सूखे गुजर गए केवल 8 से 9 दिन ही पानी गिरा जिस कारण इस बार मध्य प्रदेश में बारिश में भारी कमी दर्ज की गई है।  भोपाल, इंदौर, ग्वालियर और उज्जैन में पिछले 11 साल में सबसे कम बारिश इस बार दर्ज हुई। पूरे प्रदेश में हर साल 37 सेमी तक बारिश होती थी लेकिन इस बार केवल 30 सेमी ही बारिश दर्ज की गई। राज्य के अधिकांस डैम खाली पड़े हुए हैं। जिसका सीधा असर रवि की फसल पर पड़ेगा। किसानों को नहर के माध्यम से  कम पानी मिलेगा तो इसका प्रभाव राज्य की अर्थव्यवस्था पर भी पड़ेगा।

अनूपपुर, डिंडोरी, कटनी, निवाड़ी, पन्ना, उमरिया और भिंड केवल ये सात जिले ही बारिश के कोटे को पूरा कर पाए बाकी सभी जिलों में इस महीने औसत से कम बारिश दर्ज की गई। बरगी इंदिरा सागर, तवा और टिल्लर डैम के अलावा प्रदेश के सभी बड़े डेम 2 से 4 मीटर खाली हैं। जिसमें कलियासोत,कोलार, हथाईखेड़ा, संजयसागर, केरवा, मोहनपुरा, गांधीसागर, तिगरा डैम आदि शामिल हैं।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के मुताबिक अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में प्रतिकूल परिस्थितियों के कारण पूर्वोत्तर भारत, हिमालय से लगे राज्यों और तमिलनाडु के कुछ हिस्सों को छोड़कर, भारत के अधिकांश हिस्सों में अगस्त महीने में बहुत कम बारिश हुई है। बारिश के इन आंकड़ों ने पिछले सौ साल के रिकार्ड को तो़ड़ दिया। देश में बीते सौ साल में अगस्त महीने में इस साल सबसे कम बारिश दर्ज की गई। 

आईएमडी ने 31 जुलाई को बारिश सामान्य से कम बारिश होने की बात कही थी लेकिन इतनी कमी होगी यह सेंकत नहीं दिया था। मौसम विभाग का कहना है कि नया सिस्टम बनते दिख रहा है जिससे सितंबर के शुरुआती दिनों में मध्य प्रदेश समेत देश के कुछ हिस्सों में बारिश हो सकती है। किंतु यह बारिश अब औसत बारिश के कोटे को पूरा नहीं कर सकती।