मेरी फोटो दिखाकर वोट मांगने आएंगे, आप झांसे में मत आना, लोधी समाज के समर्थकों से बोलीं उमा भारती

उमा भारती ने वोटरों को कहा, मैं अपनी पार्टी के मंच पर आऊंगी, लोगों का वोट भी मांगूंगी लेकिन आपको उसी उम्मीदवार को वोट देना है, जिसने आपका सम्मान रखा हो, जिसने आपको उचित स्थान दिया हो

Updated: Dec 28, 2022, 03:50 AM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती का दर्द एक बार फिर छलक पड़ा। लोधी समुदाय के कार्यक्रम में उन्होंने यहां तक कह दिया कि मेरे कहने पर आप बीजेपी को वोट नहीं देना। उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव के समय मेरी फोटो दिखाकर लोधियों के वोट लिए जाते हैं।

दरअसल, उमा भारती रविवार को लोधी-लोधा समाज युवक-युवती परिचय सम्मेलन में शामिल हुईं। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने संबोधित भी किया। इसका वीडियो अब सामने आया है। परिचय सम्मेलन के दौरान उमा भारती बेबाकी से बोलीं। उमा ने कहा, "मैं अपनी पार्टी के मंच पर आऊंगी। लोगों का वोट भी मांगूंगी। मैं आऊंगी उम्मीदवार के पक्ष में बोलूंगी, वोट मांगूंगी। लेकिन, आपको उसी उम्मीदवार को वोट देना है, जिसने आपका सम्मान रखा हो, जिसने आपको उचित स्थान दिया हो।'

उमा भारती ने आगे कहा कि, 'मैं कई बार कह चुकी हूं कि जब मैं प्रचार करने आती हूं, तो मेरा आग्रह है कि मुझे फोन नहीं करना कि यहां मत आइए। मुझे सब जगह जाना होता है, लेकिन भाषण सुनने के बाद भी आपको तय करना है कि आपको वोट देना है या नहीं। आपका वोट बहुत है। करीब 50 विधानसभा सीटें ऐसी हैं, जिनमें से 27 में आप जिसको चाहो जिता सकते हैं।'

उमा ने इस दौरान यह भी कहा, 'एक बात ध्यान रखना, मैंने बीजेपी छोड़ी नहीं थी, बल्कि मुझे निकाला गया था। शायद इसकी डिजाइन पहले से बनी हुई थी कि इससे सरकार बनवा लो, फिर इसको निकाल दो। कारण- यहां सरकार बनाने की औकात किसी और की थी ही नहीं। उस समय बीजेपी के अधिकांश नेता उस समय के मुख्यमंत्री के पैर छूते थे। पांव छूते हुए उनके फोटो छपते थे। जब मुझे बीजेपी से निकाल दिया गया, तो मेरे निकालने का कारण भी तिरंगा था। तिरंगे की शान के लिए कुर्सी छोड़ गई थी। उसके बाद जो स्थितियां बनी थीं, उसका परिणाम आया कि उन्हें तो निकालना ही था।'

उमा भारती ने आगे कहा, 'जब मेरे दौरे बनते हैं, तो मैं देखती हूं कि बीच में 2 विधानसभाएं हैं, वहां क्यों नहीं ले जा रहे हो, तो पता चलता है कि वहां लोधी हैं। चुनाव के समय लोधी को ऐसे ढूंढते हैं, जैसे चीटियां शक्कर को ढूंढती हैं। चुनाव में उमा भारती की शक्ल दिखा दो, तो वोट मिल जाएंगे।'