हरदा में बाघ के हमले में एक शख़्स की मौत, वन रक्षक को बुरी तरह घायल किया

मध्य प्रदेश के हरदा के जंगल में बाघ ने चरवाहे को मार डाला, बाद में घटनास्थल पर पहुंचे एक वन रक्षक पर हमला कर उसका घुटना चबा लिया

Updated: Jan 12, 2021, 11:55 AM IST

Photo Courtesy: Zee News
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हरदा/भोपाल। मध्य प्रदेश के हरदा के केलझिरी जंगल में बाघ ने एक चरवाहे पर हमला करके उसे मार डाला। उसके बाद घटनास्थल पर पहुंचे वन रक्षक पर भी बाघ ने हमला करके उसे बुरी तरह घायल कर दिया। बाघ ने वन रक्षक का घुटना चबा लिया, लेकिन वहां मौजूद वन विभाग के कर्मचारियों की बहादुरी और मुस्तैदी से उसकी जान बच गई।

बाघ के हमले की यह घटना सोमवार सुबह की है। सुबह करीब 8 बजे जंगल में मवेशी चरा रहे रतन सिंह पर बाघ ने हमला कर दिया। 41 वर्षीय रतन सिंह के साथ उस वक्त उनके दो दोस्त रामजीवन और मनोहर भी जंगल में मवेशी चरा रहा थे। इसी समय जब तीनों दोस्त लकड़ी बीन रहे थे, बाघ ने उन पर पीछे से हमला कर दिया। रतन सिंह को बाघ ने धर दबोचा, जबकि बाकी दोनों दोस्त झाड़ियों में छिपकर बच गए। दोनों दोस्तों ने रतन सिंह को बाघ के चंगुल से बचाने के लिए लकड़ी में कपड़ा बांधकर आग लगाई, जिसके बाद बाघ वहां से भाग गया।

दोनों दोस्त रतन सिंह को गांव जाने वाली सड़क तक ले कर आए, तब तक रतन सिंह की सांसें चल रही थी। लेकिन जल्द ही रतन सिंह ने दम तोड़ दिया। खबरों के मुताबिक, मृतक का मित्र मनोहर मुख्य सड़क के एक पेड़ पर चढ़ गया और बाघ की निगरानी करता रहा। इस दौरान रामजीवन ने गांव पहुंच कर इस घटना की सूचना दी। इसके बाद वन विभाग का अमला पहुंचा और मृतक रतन सिंह के शव को पोस्ट मार्टम के लिए टिमरनी अस्पताल पहुंचा दिया गया।

घटनास्थल से थोड़ी ही दूरी पर बाघ ने सोमवार को ही वन रक्षक हरिओम जगनवार पर भी हमला कर दिया। हरिओम दोपहर करीब डेढ़ बजे घटनास्थल से आधा किलोमीटर की दूरी पर सर्चिंग कर रहे थे। तभी बाघ ने उनके ऊपर हमला कर दिया और उनके घुटने को चबा लिया। लेकिन मौके पर घटनास्थल का जायज़ा लेने वाले वन विभाग के कर्मचारियों की तत्परता से वन रक्षक की जान बच गई। हरिओम को बाघ के चंगुल में फंसा हुआ देख वन विभाग कर्मचारियों ने शोर मचाया तो बाघ भाग खड़ा हुआ। इसके बाद हरिओम को पहले रहटगांव और फिर ज़िला अस्पताल ले जाया गया।

खबरों के मुताबिक बाघ ने दो दिन पहले भी इलाके में रहने वाले हीरालाल के ऊपर हमला किया था। एक सप्ताह पहले भी बाघ ने दो बैलों को मार डाला था। वन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक जंगल के क्षेत्र में बाघ का मूवमेंट पिछले सात दिनों से देखा जा रहा है।