तीन वर्षों में MP में 70 बाघों की मौत, जीतू पटवारी ने सरकार पर लगाया जानवर बेचने का आरोप

2020 में 19, 2021 में 26 और 2022 में 35 बाघों की मौत हुई, मध्य प्रदेश में सर्वाधिक बाघ हैं

Updated: Mar 02, 2023, 01:35 PM IST

भोपाल। टाइगर स्टेट के नाम से प्रसिद्ध मध्य प्रदेश में बाघों की मौत का सिलसिला जारी है। वन विभाग के मुताबिक बीते वर्ष मध्य प्रदेश में कुल 25 बाघों की मौत हुई। जबकि पिछले तीन वर्षों के दौरान मध्य प्रदेश में बाघों की मौतों का कुल आंकड़ा 70 है। इसके साथ ही भोपाल और इंदौर से मध्य प्रदेश सरकार ने गुजरात के जामनगर स्थित रिलायंस जूलॉजिकल किंग्डम में बाघ और शेर भेजने को लेकर शिवराज सरकार पर जानवरों को बेचने का आरोप लगाया है। 

मध्य प्रदेश विधानसभा में कांग्रेस नेता जीतू पटवारी ने प्रदेश में बाघों की मौतों के संबंधित सवाल पूछा था। जिसके जवाब में यह आंकड़ा सामने आया है। मरने वाले 70 बाघों में से 12 बाघों की मौत ज़हर देने की वजह से हुई। अन्य बाघों की मौत करंट लगने, कुएं में गिरने, शिकार होने और टेरीटोरियल फाइट यानी आपसी लड़ाई की वजह से हुई।

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मध्य प्रदेश में सबसे अधिक बाघ पाए जाते हैं। राज्य में कुल सर्वाधिक 526 टाइगर हैं। जिसमें बांधवगढ़ और कान्हा टाइगर रिजर्व बाघों की संख्या के मामले में सबसे समृद्ध माने जाते हैं। कान्हा रिजर्व में 118 जबकि बांधवगढ़ 57 बाघ हैं। 

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हालांकि इस हकीकत के विपरीत दूसरा तथ्य यह भी है कि प्रदेश में लगातार बाघों की मौत हो रही है। पिछले कुछ वर्षों से प्रदेश में लगातार बाघों की मौत की खबरें आती रहती हैं। वर्ष 2014 से लेकर 2018 तक प्रदेश में कुल 115 बाघ और 209 तेंदुओं की मौत हुई थी। 

कांग्रेस नेता जीतू पटवारी ने गुजरात के जामनगर स्थित रिलायंस के जूलॉजिकल किंग्डम में मध्य प्रदेश से बाघ व शेर भेजे जाने का सवाल भी उठाया। कांग्रेस नेता ने पूछा कि आखिर भोपाल के वन बिहार से एक बाघ और इंदौर के संग्राहलय से पांच बाघ और छह शेर किस नियम और किसकी अनुमति से भेजे गए? भेजे गए पशुओं के बदले में किस कीमत पर और कितने पशु पक्षी मिल रहे हैं? इस पर वन मंत्री ने जवाब दिया कि इसके बदले में CSR फंड के तहत जानवरों की सुरक्षा के लिए 15 रेस्क्यू स्क्वाड के लिए गाड़ी और आदि सामग्री दी गई।

हालांकि कांग्रेस नेता जीतू पटवारी ने शिवराज सरकार पर आरोप लगाया है कि शेर और बाघ के बदले तोते, विभिन्न कलर की चिड़िया, छिपकलियों और बंदर दिए गए। कांग्रेस नेता ने कहा कि सरकार की माली हालत इतनी खराब है कि जानवरों को बेचना पड़ रहा है?