सीएम चौहान, वीडी शर्मा और भूपेंद्र सिंह की बढ़ सकती हैं मुश्किलें, मानहानि मामले में ट्रायल की शुरुआत

MP पंचायत चुनाव में OBC आरक्षण पर स्टे के लिए भाजपा ने विवेक तन्खा को ठहराया था जिम्मेदार, तन्खा ने तीनों के खिलाफ फाइल किया है क्रिमिनल कम्पलेंट केस

Updated: Apr 26, 2023, 08:52 AM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा और मंत्री भूपेंद्र सिंह की मुश्किलें बढ़ती दिख रही है। कांग्रेस नेता विवेक तन्खा की मानहानि मामले में ट्रायल की शुरुआत हो गई है। 29 अप्रैल को तन्खा कोर्ट में अपना बयान दर्ज कराएंगे। सच के सिपाही संस्था के फाउंडर और वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल इस मामले में तन्खा का पक्ष रखेंगे।

विवेक तन्खा ने इस संबंध में जानकारी देते हुए ट्वीट किया, "झूट और सच्च का ट्रायल की शुरुआत... जबलपुर मजिस्ट्रेट कोर्ट अप्रैल 29... विवेक तन्खा बनाम शिवराज सिंह चौहान, वीडी शर्मा और भूपेंद्र सिंह। बीजेपी नेताओं ने शब्दों एवं आचरण और असत्य एवं झूठे बयान बाज़ी कर मेरे विरुद्ध प्रदेश में आपत्तिजनक माहौल निर्मित किया जो की पूर्णतः कोर्ट रिकॉर्ड एवं कार्यवाही के विपरीत था। ओबीसी के वकील को ओबीसी का विरोधी बना दिया। 29 अप्रैल को मेरा कोर्ट बयान होगा। मजिस्ट्रेट अदालत में कपिल सिब्बल मेरे वकील होंगे। हम सब सत्य की लड़ाई में साथ हैं।"

क्या है मामला

दरअसल मध्य प्रदेश पंचायत चुनाव के संबंध में सुप्रीम कोर्ट द्वारा ओबीसी आरक्षण पर रोक लगाए जाने के फैसले के बाद बीजेपी ने कांग्रेस पार्टी और विवेक तन्खा को लिये इसके लिये ज़िम्मेदार ठहराना शुरु कर दिया था। तो वहीं कांग्रेस पार्टी और खुद विवेक तन्खा भी यह कहते रहे कि सुप्रीम कोर्ट में सरकार ने अपना पक्ष ठीक ढंग से नहीं रखा, इसलिये सुप्रीम कोर्ट ने चुनावों में ओबीसी आरक्षण पर स्टे लगा दिया।

इस मामले में बीजेपी के नेता लगातार बयानबाज़ी करते रहे। खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और मंत्री भूपेंद्र सिंह लगातार कांग्रेस पार्टी और विवेक तन्खा के खिलाफ मनगढ़ंत आरोप लगाते रहे। जिसके बाद विवेक तन्खा ने झुठे आरोप लगाने के सिलसिले में तीनों नेताओं के घर लीगल नोटिस भेज दिया। विवेक तन्खा ने तीनों ही नेताओं को अपने बयानों पर माफी मांगने के लिये तीन दिन की मोहलत भी दी थी। लेकिन किसी तरह का माफीनामा सामने न आने के बाद विवेक तन्खा ने न्यायालय का रुख किया। अब इस मामले में ट्रायल की शुरुआत हो चुकी है।