ब्यूरोक्रेसी वाले बयान पर उमा भारती ने दिग्विजय सिंह को लिखा पत्र, अपने बयान पर व्यक्त किया खेद

उमा भारती ने ब्यूरोक्रेसी पर विवादित बयान था, जिसके बाद बीजेपी नेता की चारों तरफ से किरकिरी शुरू हो गई थी, कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने उमा भारती को संयमित भाषा उपयोग करने की हिदायत दी थी

Updated: Sep 24, 2021, 12:13 PM IST

भोपाल। ब्यूरोक्रेसी वाले अपने बयान को लेकर विवादों में घिरी हुईं उमा भारती ने राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह को पत्र लिखा है। उमा भारती ने कांग्रेस नेता को लिखे अपने पत्र में विवादित बयान पर खेद प्रकट करते हुए यह आश्वासन दिया है कि आगे से ऐसा नहीं होगा। बीजेपी नेता ने कहा है कि वह अपनी भाषा सुधार लेंगी।

उमा भारती ने पत्र में खुद को कांग्रेस नेता की लाडली बहन बताते हुए कहा है कि ब्यूरोक्रेसी वाले मेरे बयान पर आपने उचित प्रतिक्रिया दी है। उमा भारती ने कहा है कि मुझे अपनी ही भाषा पर गहरा आघात लगा है। उमा भारती ने कांग्रेस नेता को आश्वासन दिया है कि वे अवश्य ही अपनी भाषा में सुधार कर लेंगी। 

दरअसल दिग्विजय सिंह ने उमा भारती के बयान पर आपत्ति जताते हुए माफी मांगने के लिए कहा था। कांग्रेस नेता ने अपने ट्विटर हैंडल पर कहा था कि उमा आप मुझे मेरी छोटी बहन होने के नाते मुझे कम बोलने के लिए चेताती रही हैं, लेकिन आपने जो नौकरशाहों के लिए इस्तेमाल की गई भाषा आपत्तिजनक है।

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कांग्रेस नेता ने बीजेपी नेता को लेकर कहा था कि ब्यूरोक्रेसी आपकी नौकर नहीं है। ब्यूरोक्रेसी संविधान और कानून के अंतर्गत निष्पक्षता से कार्य करने के लिए प्रतिबद्ध है। वे चप्पल उठाने वाले लोग नहीं हैं। दिग्विजय सिंह ने उमा भारती से कहा था कि आप केंद्रीय मंत्री रही हैं, मुख्यमंत्री भी रही हैं। दिग्विजय सिंह ने बीजेपी नेता को हिदायत देते हुए कहा था कि इस प्रकार की टिप्पणी आपको नहीं करनी चाहिए। आपको माफी मांगनी चाहिए। 

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कांग्रेस नेता द्वारा आपत्ति दर्ज कराने के बाद उमा भारती ने अपनी भाषा के लिए माफी तो मांग ली। लेकिन विवादित बयान पर दी गई अपनी सफाई पर उमा भारती घिर गई हैं। उमा भारती ने अपनी सफाई में कहा कि सत्ता में बैठे कुछ निकम्मे नेता अपने निकम्मेपन से बचने के लिए ब्यूरोक्रेसी की आड़ लेते हैं। उमा भारती के स्पष्टीकरण पर कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने कहा कि उमा भारती को यह बताना चाहिए कि आखिर वे सत्ता में बैठे किन लोगों को निकम्मा कह रही हैं। सलूजा ने तंज कसते हुए कहा कि बीजेपी नेता को ऐसे निकम्मे लोगों के नाम सार्वजनिक करने चाहिए।