BJP IT सेल चीफ निकला ISI का जासूस, तालिबान के संपर्क में मोदी सरकार, देशद्रोही कौन? दिग्विजय सिंह का पलटवार

शिवराज चौहान, वीडी शर्मा और कैलाश विजयवर्गीय पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह का करारा पलटवार, बोले- तालिबानी मानसिकता मेरी या नरेंद्र मोदी की

Updated: Jun 26, 2021, 05:09 AM IST

Photo Courtesy : TOI
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भोपाल। भारत सरकार का तालिबान से संपर्क का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। मध्यप्रदेश बीजेपी नेताओं के बयानों पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने करारा पलटवार किया है। राज्यसभा सांसद ने एकसाथ सीएम शिवराज, बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा और महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के आरोपों का जवाब दिया है। पूर्व सीएम ने कहा है कि मोदी सरकार तालिबान के संपर्क में है, तो तालिबानी मानसिकता किसकी है? बीजेपी आईटी सेल का हेड पाकिस्तान का जासूस निकला, तो देशद्रोही कौन है?

दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया, 'शिवराज जी यह बात उजागर हो गई है मोदी सरकार गुप्त रूप से तालिबान से चर्चा कर रही है। अब आप बताएँ “तालिबानी मानसिकता” मेरी है या मोदी जी की? हमारे प्रिय मित्र “कलाकार” कैलाश जी से भी मेरा प्रश्न है आप मेरी जाँच तो केंद्रीय एजेंसियों से करवा रहे हैं मोदी जी की जाँच किससे कराएँगे?' 

राज्यसभा सांसद ने आगे लिखा, 'शिवराज जी मैं आप से, क्या पूछ सकता हूँ आपके प्रिय शिष्य भोपाल भाजपा के IT Cell के प्रमुख ध्रुव सक्सेना व उनके अनेक साथी जब आपकी ही पुलिस द्वारा पाकिस्तान की गुप्तचर एजेंसी ISI के लिए पैसा ले कर जासूसी करते पकड़े गए उन पर राष्ट्र द्रोह का मुकदमा क्यों नहीं चलाया?' 

देशद्रोही मैं या सीएम शिवराज - दिग्विजय सिंह

कांग्रेस नेता ने एक अन्य ट्वीट में लिखा कि, 'मुझे आप देशद्रोही कहते चूकते नहीं हैं लेकिन सही देशद्रोहियों पर आपने ना तो देशद्रोह का केस चलाया और उनकी ज़मानत होने दी। उच्च न्यायालय जबलपुर से ज़मानत होने के बाद उनकी ज़मानत निरस्त कराने की उच्चतम न्यायालय मे अपील भी नहीं की। अब आप बताएँ देश द्रोही मैं या आप?' 

दरअसल, बीजेपी आईटी सेल के ध्रुव सक्सेना और उसके 10 अन्य साथियों को को मध्यप्रदेश एंटी टेरोरिस्ट स्क्वाड (ATS) ने फरवरी 2017 में गिरफ्तार किया था। सक्सेना पाकिस्तानी खुफिया विभाग आईएसआई से पैसे लेकर जासूसी करते पकड़ा गया था। हालांकि, अब वे जमानत पर बाहर है। माना जाता है कि राज्य सरकार ने इस मामले को नजरअंदाज करते हुए सेडिशन के चार्ज नहीं लगाए थे, जिस वजह से सभी आरोपी जमानत पर छूट गए।

वीडी शर्मा को दी सोच समझकर पत्र लिखने की नसीहत

दिग्विजय सिंह ने बीजेपी चीफ वीडी शर्मा को सोच समझकर पत्र लिखने की नसीहत दे डाली है। उन्होंने कहा कि, 'मेरे J&K के बयान पर बीडी शर्मा जी मेरी जाँच NIA से करवाना चाहते थे। अब J&K पर मोदी जी का सभी राजनीतिक दलों की बैठक करना, क्या पुनर्विचार की श्रेणी में नहीं आता? शर्मा जी आप सांसद व भाजपा के प्रांतीय अध्यक्ष हैं भाजपा युवा मोर्चा के अध्यक्ष नहीं, ज़रा सोच समझ कर पत्र लिखा करें।' दरअसल, धारा 370 को लेकर दिग्विजय सिंह के पुनर्विचार वाले बयान पर शर्मा ने सोनिया गांधी को पत्र लिखा था, साथ ही NIA जांच की मांग की थी। लेकिन अब उनकी ही पार्टी की सरकार कश्मीर को लेकर बात करने के लिए मीटिंग बुलाई है। 

क्या है पूरा मामला?

दरअसल, दो दिन पहले ये खबर आई थी कि भारत सरकार तालिबानी आतंकियों के संपर्क में है। कतर के राजनयिक व विदेश मंत्री के स्पेशल दूत मुतलक बिन मजीद अल-कहतानी ने बताया कि भारतीय अधिकारियों ने चुपचाप अफगानिस्तान जाकर तालिबानी आतंकियों से मुलाकात की है। माना जा रहा है कि तालिबान से भारत की बातचीत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विश्वस्त सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के दिशानिर्देश पर आगे बढ़ रही है।

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भारत सरकार का आतंकी संगठन तालिबान से बातचीत की खबर सामने आने के बाद देशभर में सवाल उठने लगे। इसपर दिग्विजय सिंह ने केंद्र सरकार से वक्तव्य देने की मांग की? सिंह ने ट्वीट किया कि, 'यह बहुत ही गंभीर विषय है। भारत सरकार को इस विषय पर तत्काल वक्तव्य देना चाहिए। क्या BJP IT Cell इसको संज्ञान में ले कर राष्ट्र द्रोह की श्रेणी में लेगा?'

दिग्विजय सिंह का ये सवाल मध्यप्रदेश के भाजपाइयों को रास नहीं आया। दिग्विजय सिंह पर निशाना साधने के लिए खुद प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मीडिया के सामने आ गए और बौखलाहट में कह डाला की दिग्विजय सिंह की मानसिकता तालिबानी है। इसके बाद छोटे बड़े सभी बीजेपी नेता सिंह को ट्रोल करने लगे। कैलाश विजयवर्गीय ने तो यहां तक कह दिया कि दिग्विजय सिंह की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है।