सीएम ने तो भगवा कर ही दिया है, अब आप भी पूरे MP को भगवा कर दो, यशोधरा राजे का विवादित बयान
आगर मालवा में कार्यकर्ताओं को संंबोधित कर रही थीं यशोधरा राजे सिंधिया, कार्यकर्ताओं से कर डाली पूरे प्रदेश का भगवाकरण करने की अपील, लोगों ने लगाया समुदाय विशेष के खिलाफ भड़काने का आरोप

भोपाल। अपनी ही सरकार के मंत्रियों के साथ झगड़े के लिए मशहूर शिवराज सरकार में खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया एक बार फिर चर्चा में हैं। लेकिन यशोधरा राजे की चर्चा इस समय उनके विवादित बयान को लेकर हो रही है। जिसको लेकर सोशल मीडिया पर लोग उन पर अपनी ही पार्टी के कार्यकर्ताओं को एक समुदाय विशेष के खिलाफ भड़काने का आरोप लगा रहे हैं।
सोशल मीडिया पर इस समय यशोधरा राजे सिंधिया का एक वीडियो तेज़ी से वायरल हो रहा है, जिसमें खेल मंत्री अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं से यह अपील कर रही हैं कि सीएम ने तो बहुत हद तक प्रदेश को भगवा कर ही दिया है। लेकिन जो स्थान बच गए हैं, वहां पर आप लोग जा कर भगवा कर दो।
"आपकी जो पूरी टीम है यह पूरा MP को भगवा कर सकती है। वैसे भी हमारे CM @ChouhanShivraj जी की वजह से यह भगवा तो हो ही गया है।" खेल मंत्री @yashodhararaje ने आगर मालवा में BJP कार्यकर्ताओ से कहा। @jaffer_multani
— काश/if Kakvi (@KashifKakvi) September 2, 2021
जनता को गलतफहमी थी कि यह "सेक्युलर" हैं।@vinodkapri @abhisar_sharma pic.twitter.com/FLuiHJbmFy
दावे के मुताबिक यशोधरा राजे सिंधिया का यह वीडियो आगर मालवा का है,जहां वे अपनी पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रही हैं। यशोधरा राजे सिंधिया बीजेपी सांसद से कह रही हैं कि आपकी टीम पूरे मध्य प्रदेश को भगवा करवा सकती है। वैसे भी हमारे सम्मानीय मुख्यमंत्री की वजह से यह प्रदेश तो भगवा हो ही गया है। लेकिन इक्के दुक्के ऐसे भी जगह हैं, जहां भगवा नहीं है। लेकिन मैं अपने नेताओं से कहूंगी कि आप लोग भी प्रभारी बन जाओ। और जहां भगवा नहीं है, वहां भगवा कर के आ जाओ।
खेल मंत्री के इस बयान को लेकर सोशल मीडिया पर बीजेपी नेता की आलोचना शुरू हो गई है। सोशल मीडिया पर लोग इसे एक समुदाय विशेष के खिलाफ भड़काने वाले बयान के तौर पर ले रहे हैं। सोशल मीडिया पर लोग यह आरोप लगा रहे हैं कि कैसे भी बीजेपी के नेता अपने मन के भीतर मौजूद ज़हर उगल ही देते हैं। खेल मंत्री का यह बयान इस बात का गवाह है कि बीजेपी का संविधान और धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांत में विश्वास नहीं है।