अग्निपथ प्रोटेस्ट: बिहार में हालात बेकाबू, रोहतक में छात्र ने दी जान, सात राज्यों में भड़की विरोध की आग

बिहार के डेढ़ दर्जन जिलों में स्थिति नियंत्रण के बाहर, छात्रों ने फूंक डाली पांच ट्रेनें, 12 ट्रेनों में तोड़फोड़, बीजेपी दफ्तर और दो MLA पर हमला, हरियाणा के पलवल में पुलिस ने की फायरिंग

Updated: Jun 16, 2022, 10:57 AM IST

नई दिल्ली। अग्निपथ योजना के विरोध में बिहार से शुरू हुए आंदोलन की चिंगारी सात राज्यों में फैल चुकी है। गुजरते समय के साथ छात्रों का गुस्सा निरंतर बढ़ता जा रहा है। बिहार में हालात बेकाबू हो गए हैं। वर्षों से नौकरी के लिए मेहनत कर रहे छात्रों ने यहां आपा खो दिया है। बिहार में अबतक 5 से अधिक ट्रेनों को आग के हवाले किया जा चुका है।

बिहार के 17 से अधिक जिले में युवाओं का उग्र प्रदर्शन जारी है। प्रदर्शनकारियों ने छपरा, कैमूर और गोपालगंज में अब तक 5 ट्रेनों को फूंक दिया है। अकेले छपरा में ही 3 ट्रेनों में आग लगाई गई है। 12 ट्रेनों में तोड़फोड़ की गई है। छपरा में प्रदर्शन के दौरान बीजेपी के 2 विधायकों पर हमले भी किए गए हैं। वहीं नवादा में आक्रोशित छात्रों ने बीजेपी दफ्तर में आग लगा दी। प्रदर्शन के कारण रेल यातायात पूरी तरह से ठप हो गया है। स्थिति बिगड़ती देख सत्ताधारी दल जेडीयू ने केंद्र से फैसले पर दोबारा विचार करने की मांग की है। 

 

उधर गुरुग्राम और पलवल में भी युवा बवाल कर रहे हैं। पलवल में प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर किया पथराव किया और गाड़ियों में तोड़फोड़ के बाद आग लगा दी है। पलवल में कई गाड़ियों को फूंक डाला। कई पुलिस कर्मियों को आई गंभीर चोटें। स्थिति को काबू करने के लिए यहां पुलिस द्वारा हवाई फायरिंग की गई। गुरुग्राम में भी प्रदर्शनकारी सड़कों पर अराजकता फैला रहे हैं। दिल्ली-जयपुर हाईवे को बिलासपुर में जाम कर दिया है। हजारों गाड़ियां कतार में खड़ी हैं। पचगांव से लेकर बिलासपुर तक वाहनों का जाम लगा हुआ है।

रोहतक में छात्र ने दी जान

दुखद बात यह रही कि हरियाणा के रोहतक में इस योजना के विरोध में एक छात्र ने आत्महत्या कर ली। युवक ने आज रोहतक के पीजी होस्टल के रूम में फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। युवक का नाम सचिन था। वो जींद जिले के लिजवाना गांव का रहने वाला है। परिजनों ने बताया कि सेना की भर्ती कैंसिल होने और चार साल की स्कीम वाली अग्निपथ योजना आने से दुखी होकर सचिन ने यह कदम उठाया।

अग्निपथ की आंच से यूपी भी झुलस रहा है। यहां बुलंदशहर में युवाओं ने जमकर उत्पात मचाया। इस दौरान वह पुलिस से भी भिड़ गए।छात्रों ने कहा- भारत सरकार के फैसले से हम शर्मिंदा। उन्नाव के शुक्लागंज में युवाओं ने मरहला चौराहे पर विरोध जताया। इतना ही नहीं युवाओं ने हाथों में तख्ती ओर पोस्टर लेकर रक्षा मंत्री और मोदी, योगी मुर्दाबाद के नारे लगाए। 

ग्वालियर में भी तोड़फोड़

दोपहर बाद मध्य प्रदेश के ग्वालियर में भी छात्रों का आक्रोश देखने को मिला। ग्वालियर में सैंकड़ों की संख्या ने इकट्ठा होकर छात्र स्टेशन पहुंचे और यहां उन्होंने जमकर तोड़ फोड़ की। उधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला पहुंचने से पहले वहां युवा सड़कों पर उतर आए हैं। कई सालों से सेना में भर्ती की तैयारी में जुटे युवा पीएम मोदी के सामने विरोध जताने के लिए धर्मशाला जाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन पुलिस इन्हें रोक दिया।

उत्तराखंड के खटीमा में सैकड़ों युवाओं ने जुलूस निकालकर केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना का जोरदार विरोध किया। खटीमा मुख्य चौक पर सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की गई। स्थिति बिगड़ता देख मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि अग्निवीरों को रिटायर्ड होने के बाद उत्तराखंड पुलिस, आपदा प्रबंधन और राज्य के चार धाम प्रबंधन में नौकरी दी जाएगी।

विरोध प्रदर्शन कर रहे छात्रों की मांगों को विपक्षी दल कांग्रेस ने भी जोर शोर से उठाया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा है कि, 'न कोई रैंक, न कोई पेंशन
न 2 साल से कोई direct भर्ती, न 4 साल के बाद स्थिर भविष्य, न सरकार का सेना के प्रति सम्मान। देश के बेरोज़गार युवाओं की आवाज़ सुनिए, इन्हे 'अग्निपथ' पर चला कर इनके संयम की 'अग्निपरीक्षा' मत लीजिए, प्रधानमंत्री जी।'

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि, 'सेना भर्ती की तैयारी करने वाले युवाओं की आँखों में देशसेवा, माँ-बाप की सेवा, घर परिवार और भविष्य के तमाम सपने होते हैं। नई सेना भर्ती योजना उन्हें क्या देगी? 4 साल बाद न हाथ में नौकरी की गारंटी, न पेंशन की सुविधा= नो रैंक, नो पेंशन मोदी जी युवाओं के सपनों को मत कुचलिए।'