संघर्ष की दास्तां बन चुका है छात्रों का जीवन, टूट रही उम्मीदें, वरुण गांधी ने उठाया भर्ती परीक्षा और पेपर लीक का मुद्दा
पीलीभीत से बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने अपनी ही सरकार पर सवाल उठाएं हैं, उन्होंने कहा है कि भर्तियां नहीं होने के कारण प्रतियोगी छात्र हताश हैं
नई दिल्ली। पीलीभीत से बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने बेरोजगारी के मुद्दे पर अपनी ही सरकार को घेरा है। वरुण गांधी ने सोमवार को भर्ती परीक्षाओं और पेपर लीक का मुद्दा उठाते हुए कहा है कि प्रतियोगी छात्रों का जीवन संघर्ष का दास्तां बन चुका है। बीजेपी सांसद ने कहा है कि छात्र अब प्रशासनिक अक्षमता की कीमत भी स्वयं चुका रहा है।
वरुण गांधी ने ट्वीट किया, 'अपने कंधों पर पूरे परिवार की उम्मीदों का बोझ लेकर चलने वाले प्रतियोगी छात्रों का जीवन विगत कुछ वर्षों से एक लंबे संघर्ष की दास्ताँ बन चुका है। छात्र अब सिर्फ ‘पढ़ाई’ नही करता, अपने हक की ‘लड़ाई’ भी स्वयं लड़ता है। अरसों से लटकी भर्तियाँ और रेत की तरह फिसलता वक्त, छात्र हताश है।'
बिना कारण रिक्त पड़े पद,लीक होते पेपर, सिस्टम पर हावी होता शिक्षा माफिया, कोर्ट-कचहरी व टूटती उम्मीद। छात्र अब प्रशासनिक अक्षमता की कीमत भी स्वयं चुका रहा है।
— Varun Gandhi (@varungandhi80) May 23, 2022
चयन सेवा आयोग कैसे बेहतर हो,परीक्षाएँ कैसे पारदर्शी एवं समय पर हों, इसपर आज और अभी से काम करना होगा।
कहीं देर ना हो जाए
बीजेपी सांसद ने आगे लिखा कि, 'बिना कारण रिक्त पड़े पद,लीक होते पेपर, सिस्टम पर हावी होता शिक्षा माफिया, कोर्ट-कचहरी व टूटती उम्मीद। छात्र अब प्रशासनिक अक्षमता की कीमत भी स्वयं चुका रहा है।
चयन सेवा आयोग कैसे बेहतर हो, परीक्षाएँ कैसे पारदर्शी एवं समय पर हों, इसपर आज और अभी से काम करना होगा। कहीं देर ना हो जाए।'
यह कोई पहला मामला नहीं है कि बीजेपी सांसद वरुण गांधी रिक्त पदों और लीक होते पेपर पर ट्वीट कर रहे हों। इससे पहले भी सांसद वरुण गांधी ने रिक्त पदों पर भर्ती ना आने का मुद्दा उठाया था और पेपर लीक होने के मामलों का जिम्मेदार शिक्षा माफिया को भी बताया था। वरुण गांधी बीते एक साल से लगातार अपनी ही सरकार की नीतियों के खिलाफ मुखर रहे हैं। किसान आंदोलन को लेकर भी उन्होंने स्पष्ट रूप से केंद्र की नीतियों का विरोध किया था।