त्रिपुरा में मतदाताओं को वोट नहीं डालने दे रही BJP, पूर्व सीएम माणिक सरकार का बड़ा आरोप

कुछ जगह बीजेपी के कुछ बदमाश मतदान के दौरान परेशानी पैदा करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं, जिससे मतदाता निडरता से अपना वोट न डाल सकें: माणिक सरकार

Updated: Feb 16, 2023, 08:10 AM IST

त्रिपुरा के विधानसभा की 60 सीटों के लिए 8 जिलों में सुबह 7 बजे से मतदान जारी है। मतदान शाम 4 बजे तक चलेगा। मतदान को लेकर सुबह-सुबह लोगों में भारी उत्साह देखने को मिल रहा है। हालांकि, सीपीएम नेता व पूर्व सीएम माणिक सरकार ने सत्तारूढ़ बीजेपी पर लोगों को वोट देने से रोकने के आरोप लगाए हैं। माणिक सरकार ने कहा है कि बीजेपी के लोग मतदान बाधित करने की कोशिश कर रहे हैं।

त्रिपुरा विधानसभा में विपक्ष के नेता और CPI(M) नेता माणिक सरकार ने कहा कि हमें जानकारी मिल रही है कि कुछ जगह बीजेपी के कुछ बदमाश मतदान के दौरान परेशानी पैदा करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं, जिससे मतदाता निडरता से अपना वोट न डाल सकें। कुछ जगह पर मतदाता सड़कों पर प्रदर्शन भी कर रहे हैं। हालांकि लोग वोट डालने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।

माणिक सरकार के मुताबिक जहां मतदाताओं को वोट नहीं डालने दिया जा रहा है, वे सड़कों को जाम कर रहे हैं और चुनाव आयोग से गुहार लगा रहे हैं कि अगर उन्हें वोट नहीं डालने दिया गया तो वो दूसरों को वोट नहीं डालने देंगे। उन्होंने कहा कि यह एक सकारात्मक संकेत और दृढ़ प्रयास है। इसकी सूचना हमने मुख्य निर्वाचन अधिकारी को दी है। वह बेहद सकारात्मक प्रतिक्रिया दे रहे हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर क्या कार्रवाई की जाती है इसकी जांच करने की जरूरत है।

उधर टिपरा मोथा प्रमुख प्रद्योत बिक्रम माणिक्य देब बर्मन ने कहा कि मुझे लगता है कि मतदान प्रतिशत 90% से अधिक होगा और त्रिपुरा के लोग हमें मौका देंगे। हमें पता चला है कि धनपुर और मोहनपुर में सत्तारूढ़ पार्टी द्वारा हिंसा हुई है। हमने धनपुर और मोहनपुर में हिंसा और EVM में गड़बड़ी की शिकायत की है। 

चुनाव आयोग की ओर से बताया गया है कि 60 सीटों पर सुबह 11 बजे तक 32.11 फीसदी मतदान हो चुका है। त्रिपुरा चुनाव में सत्तारूढ़ बीजेपी बड़ी जीत की उम्मीद कर रही है। उधर, सीपीएम ने कांग्रेस से हाथ मिला लिया है। त्रिशंकु सदन होने की स्थिति में नई पार्टी टिपरा मोथा के पास सारे पत्ते रहेंगे। राज्य में बीजेपी और कांग्रेस-लेफ्ट के गठबंधन के बीच सीधी लड़ाई बताई जा रही है। 

हालांकि, त्रिपुरा राजवंश के उत्तराधिकारी प्रद्योत देबबर्मा की पार्टी टिपरी मोथा पर भी सभी की निगाहें टिकी हुई हैं। प्रद्योत की पार्टी ने राज्य के आदिवासी क्षेत्रों में काफ़ी पैठ बना ली है और कई सीटों पर कड़ी टक्कर दे रही है। त्रिपुरा में भाजपा 55 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, जबकि उसकी सहयोगी आईपीएफटी ने छह सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं, एक सीट पर दोस्ताना मुकाबला होगा। वहीं, CPM 47 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, जबकि उसकी गठबंधन सहयोगी कांग्रेस 13 सीटों पर चुनाव लड़ रही है।