भारत का कनाडा के पीएम को जवाब, हमारे आंतरिक मामलों में दखल न दें

कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने भारत में जारी किसान आंदोलन से जुड़े हालात पर चिंता ज़ाहिर करते हुए कहा है कि वे शांतिपूर्ण विरोध के अधिकार का समर्थन करते हैं

Updated: Dec 01, 2020, 11:57 PM IST

Photo Courtesy : Time.com
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नई दिल्ली। भारत में चल रहे किसान आंदोलन की गूंज अब अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी सुनाई दे रही है। कनाडा के पीएम ने केंद्र सरकार कृषि कानूनों को लेकर आंदोलनरत किसानों का समर्थन दिया है। जिसका अब भारत के विदेश मंत्रालय ने जवाब दिया है। विदेश मंत्रालय ने कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो के बयान को भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने की कोशिश करार दिया है।  

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने मंगलवार को जारी अपने एक बयान में कहा है कि कनाडा के नेताओं द्वारा भारत में चल रहे आंदोलन को लेकर टिप्पणियां सामने आ रही हैं। जो कि बिलकुल ही गैर ज़रूरी है। अनुराग श्रीवास्तव ने अपने बयान में कहा, 'हमने कुछ कनाडा के नेताओं के भारत के किसानों के बारे में कमेंट सुने हैं। ऐसे बयान गैर जरूरी हैं, वो भी तब जब किसी लोकतांत्रिक देश के आंतरिक मुद्दों से जुड़े हों। अनुराग श्रीवास्तव ने कूटनीतिक स्तर पर हुए संवाद को राजनीतिक फ़ायदे के लिए ग़लत ढंग से पेश न करने की सलाह भी दी है। 

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दरअसल कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने गुरुपर्व के अवसर पर अपने एक बयान में कहा था कि भारत में चल रहा किसान आंदोलन शांतिपूर्ण ढंग से हो रहा है। शांतिपूर्वक आंदोलन करना एक लोकतांत्रतिक देश में किसी भी नागरिक अधिकार है। और हम इसका समर्थन करते हैं। कनाडा के पीएम के इस बयान के बाद ही भारत के विदेश मंत्रालय ने फौरन बयान जारी करते हुए इसे गैर ज़रूरी बता दिया।  

भारत का आंतरिक मामला किसी अन्य राष्ट्र की राजनीति के लिए चारा नहीं है : प्रियंका चतुर्वेदी

शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने भी कनाडा के पीएम के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा है कि भारत का आंतरिक मामला किसी और राष्ट्र की राजनीति का चारा नहीं है। प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, प्रिय जस्टिन ट्रूडो, आपकी चिंता की कद्र करती हूं लेकिन भारत का आंतरिक मामला किसी अन्य राष्ट्र की राजनीति के लिए चारा नहीं है। कृपया दूसरे देशों के प्रति सम्मान प्रकट करने का शिष्टाचार निभाएं। इसके साथ ही प्रियंका चतुर्वेदी ने प्रधानमंत्री मोदी पर भी तंज कसा। प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि मैं नरेंद्र मोदी जी से भी अनुरोध करती हूँ कि वे दूसरे देशों द्वारा इस मुद्दे पर राय दिए जाने से पहले ही इसे सुलझा लें।' 

यहाँ ध्यान देने की बात यह है कि कनाडा में सिख समुदाय का एक बहुत बड़ा वर्ग रहता है, जो कनाडा में राजनीतिक तौर पर भी काफी अहमियत रखता है। ऐसे में कनाडा के प्रधानमंत्री का यह बयान आश्चर्यचकित करने वाला नहीं है।