देश के सामने खोली कलई, यह तो होना ही था, सत्यपाल मलिक को CBI के समन पर विपक्ष ने केंद्र को घेरा
सत्यपाल मलिक को समन किए जाने पर विपक्ष ने मोदी सरकार को घेरा है। कांग्रेस ने कहा कि जब पूर्व राज्यपाल ने मोदी सरकार की 'सत्तालोभी पोल' खोली थी, तभी यह तय हो गया था। यह तो होना ही था।

नई दिल्ली। पुलवामा हमले की पोल खोलने वाले जम्मू कश्मीर के तत्कालीन राज्यपाल सत्यपाल मलिक को सीबीआई ने पूछताछ के लिए बुलाया है। मलिक को जांच एजेंसी का समन आने के बाद विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार को घेरना शुरू कर दिया है।
मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने ट्वीट किया, "आख़िरकार PM मोदी से रहा न गया। सत्यपाल मलिक जी ने देश के सामने उनकी कलई खोल दी। अब CBI ने मलिक जी को बुलाया है। ये तो होना ही था। एक चीज और होगी... 'गोदी मीडिया' अब भी चुप रहेगा, लिखकर रख लीजिए।"
आख़िरकार PM मोदी से रहा न गया।
— Congress (@INCIndia) April 21, 2023
सत्यपाल मलिक जी ने देश के सामने उनकी कलई खोल दी। अब CBI ने मलिक जी को बुलाया है।
ये तो होना ही था।
एक चीज और होगी... 'गोदी मीडिया' अब भी चुप रहेगा, लिखकर रख लीजिए।
लेफ्ट नेता सीताराम येचुरी ने ट्वीट किया, "यह भारतीय लोकतंत्र पर सीधा हमला है। हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा और शासन के सर्वोच्च हित में सत्य पाल मलिक द्वारा उठाए गए मुद्दों का जवाब देने के बजाय, मोदी सरकार ने सीबीआई को लगा दिया है। शर्मनाक! निंदनीय।"
वहीं, दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने कहा, "पूरा देश आपके साथ है। ख़ौफ़ के इस दौर में आपने बहुत साहस दिखाया है, सर। वो कायर है, CBI के पीछे छिपा है। जब जब इस महान देश पर संकट आया, आप जैसे लोगों ने अपने साहस से उसका मुकाबला किया। वो... आपका मुकाबला नहीं कर सकता। आप आगे बढ़ो सर.. Proud of u"।
पूरा देश आपके साथ है। ख़ौफ़ के इस दौर में आपने बहुत साहस दिखाया है, सर। वो कायर है, CBI के पीछे छिपा है। जब जब इस महान देश पर संकट आया, आप जैसे लोगों ने अपने साहस से उसका मुक़ाबला किया। वो अनपढ़ है, भ्रष्ट है, ग़द्दार है। वो आपका मुक़ाबला नहीं कर सकता। आप आगे बढ़ो सर। Proud of u https://t.co/FBCZVTERan
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) April 21, 2023
सत्यपाल मलिक से सीबीआई उस मामले में पूछताछ करेगी जिसमें उन्होंने दावा किया था कि जम्मू कश्मीर में राज्यपाल रहते वक्त उनके पास दो फाइलें आईं थी जिन्हें पास करने के लिए 300 करोड़ की रिश्वत देने की पेशकश की गई थी। मलिक कहा के मुताबिक रिश्वत की पेशकश करने वालों ने कहा कि इसमें से एक फाइल अंबानी की और दूसरी आरएसएस से जुड़े व्यक्ति की थी।
बता दें कि पुलवामा आतंकी हमले पर किए गए खुलासे को लेकर भी पूर्व राज्यपाल चर्चा में हैं। उन्होंने एक साक्षात्कार में कहा था कि साल 2019 में कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों के काफिले पर हुआ आतंकी हमला, जिसमें 40 जवान शहीद हुए थे, सरकारी गलती के चलते हुआ था और जब उन्होंने इसके बारे में प्रधानमंत्री और एनएसए अजीत डोभाल को बताया तब उन लोगों ने उन्हें (मलिक को) चुप रहने को कहा।