China Spy: पीएम मोदी, राष्ट्रपति, सोनिया, राहुल गांधी सहित 10 हजार लोगों की जासूसी कर रहा है चीन

India China Dispute: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत पूर्व प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्रियों, सांसदों और सैन्य अधिकारियों समेत करीब 1350 लोगों की जासूसी का खुलासा

Updated: Sep 15, 2020, 01:50 AM IST

Photo Courtesy: abp
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नई दिल्ली। लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर भारत से विवाद के बीच चीन के नापाक मंसूबों का खुलासा हुआ है। अंग्रेजी अखबार द इंडियन ने अपनी दो महीनों के पड़ताल के बाद इस बात का खुलासा किया है कि चीनी कंपनी पीएम, राष्ट्रपति, विपक्षी नेताओं से लेकर मेयर तक कि जासूसी कर रहा है। चौंकाने वाली बात यह है कि इस लिस्ट में दिवंगत हस्तियों, अपराधियों समेत तकरीबन 10 हजार लोग शामिल हैं जिनका रियल टाइम डेटा चीन को मिल रही है।

चीन की कंपनी शेनझेन इंफोटेक और झेन्हुआ इंफोटेक के द्वारा यह जासूसी की जा रही है। शेनझेन इंफोटेक कंपनी चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी की सरकार के लिए कर रही है। इस कंपनी का काम दूसरे देशों पर नजर रखना है। इस तरह से कंपनी का डेटा रखना 'हाईब्रिड वारफेयर' का एक हिस्सा है जिसमें ग़ैर-सैन्य तरीकों को किसी देश को प्रभावित करने के लिए या उसपर अपना प्रभुत्व स्थापित करने के मकसद से इसका इस्तेमाल किया जाता है। 

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अंग्रेजी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस ने मामले की पड़ताल के दौरान जब राजधानी दिल्ली स्थित चीनी दूतावास के एक सूत्र से पूछताछ की तो जवाब मिला कि चीनी सरकार ने चीन की किसी कंपनी या व्यक्ति से दूसरे देशों का डेटा या इंटेलिजेंस जानकारी न तो मांगी है और न ही मांगेगी। अखबार ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि उसने 1 सितंबर को इस कंपनी से उसकी वेबसाइट पर मौजूद ईमेल आईडी पर सवालों की एक लिस्ट भेज जवाब मांगा था लेकिन कंपनी ने जवाब देना तो दूर 9 सितंबर को वेबसाइट ही बंद कर दी।

किन लोगों पर है चीन की निगरानी?

चीनी कंपनी द्वारा भारत के जिन 10 हजार लोगों अथवा संस्थाओं पर नजर रखी जा रही है उनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, वायनाड सांसद राहुल गांधी, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी शामिल हैं। अगर मुख्यमंत्रियों की बात की जाए तो पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह, राजस्थान सीएम अशोक गहलोत, महाराष्ट्र सीएम उद्धव ठाकरे, उड़ीसा सीएम नवीन पटनायक, बंगाल की ममता बनर्जी समेत कई अन्य नाम शामिल हैं।

चौंकाने वाली बात यह है कि इस लिस्ट में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ विपिन रावत समेत जल, वायु और थल सेना के करीब 15 पूर्व अध्यक्ष भी शामिल हैं। इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस शरद बोबड़े, उनके सहयोगी जस्टिस एएम खानविलकर समेत लोकपाल जस्टिस पीसी घोष एवं महालेखा परीक्षक जीसी मुर्मू का भी नाम शामिल है। इस लिस्ट में भारत के प्रमुख पदों पर बैठे ब्यूरोक्रेट्स, जज, साइंटिस्ट, शिक्षाविद, पत्रकार, खिलाड़ी, एक्टर्स, धार्मिक संस्थाओं से जुड़े लोग और सोशल एक्टिविस्ट्स भी शामिल हैं। इतना ही नहीं चीन की नजर वित्तीय अपराधियों, भ्रष्टाचारियों, आतंकवादियों, मादक पदार्थों से लेकर वन्य जीवों, सोना व हथियारों के सैंकड़ों तस्करों पर भी नजर है।

100 से अधिक फैमिली ट्री के जरिए नजर

चीन की यह कंपनी भारत के विभिन्न पार्टियों के तकरीबन 700 से ज्यादा नेताओं, 350 सांसदों, 250 से अधिक नौकरशाहों, 24 मुख्यमंत्री व 16 पूर्व मुख्यमंत्री, दर्जनों राज्यपाल के अलावा करीब 70 मेयर व डिप्टी मेयर पर नजर रख रही है। इसके अलावा 460 लोग ऐसे हैं जो इन नेताओं के करीबी दोस्त या रिश्तेदार हैं। इसके लिए 100 से अधिक फैमिली ट्री बनाई गई है ताकि उनपर निगाह रखी जा सके। 

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक चीन जिन प्रमुख हस्तियों के रिश्तेदारों पर नजर रखता है उनमें पीएम मोदी की पत्नी जशोदाबेन, राष्ट्रपति कोविंद की पत्नी सविता कोविंद, पूर्व पीएम मनमोहन सिंह की पत्नी गुरशरण कौर और उनकी बेटियां उपिंदर, दमन, अमृत शामिल हैं। इसके अलावा कई दिवंगत नेताओं के भी नाम इसमें शामिल है जिसमें पूर्व पीएम राजीव गांधी, पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी का नाम है।