शंभू बॉर्डर पर टकराव: किसानों ने की बैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश, ड्रोन से दागे जा रहे आंसू गैस के गोले

शंभू बॉर्डर पर ड्रोन से किसानों की निगरानी के साथ भीड़ दिखने पर आंसू गैस के गोले छोड़े जा रहे हैं। किसान नेता पंधेर का हजारों वाहनों का काफिला अभी बॉर्डर से कुछ किमी पीछे है।

Updated: Feb 13, 2024, 01:09 PM IST

नई दिल्ली। किसानों का दिल्ली मार्च शंभू बॉर्डर तक पहुंच गया है। किसानों के शुरुआती जत्थे के पहुंचते ही यहां टकराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। किसानों ने आते के साथ ही बैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश की। हालांकि, पुलिस ने मोर्चा संभालते हुए आंसू गैस के गोले दागने शुरू कर दिए।

रिपोर्ट्स के मुताबिक शंभू बॉर्डर पर ड्रोन से किसानों की निगरानी के साथ भीड़ दिखने पर आंसू गैस के गोले छोड़े जा रहे हैं। हालांकि, किसानों का मुख्य जत्था अभी शंभू बॉर्डर पर नहीं पहुंच सका है। किसान अभी अंबाला हाईवे पर हैं। यहां से भी वे पंजाब-हरियाणा की शंभू बॉर्डर पर पहुंचेंगे

किसान हजारों ट्रैक्टर पर सवार होकर दिल्ली की ओर आगे बढ़ रहे हैं। किसानों के इस जत्थे में करीब 25 हजार लोगों के होने का अनुमान है। किसान अपने साथ दिल्ली आने के लिए सामान भी लेकर आ रहे हैं। किसानों ने बताया कि वे 6 महीने का राशन लेकर घरों से निकले हैं। जत्थे में बड़ी संख्या में महिलाएं भी मौजूद हैं।

किसान मजदूर मोर्चा के संयोजक सरवण सिंह पंधेर भी सैंकड़ों वाहनों के साथ शंभू बॉर्डर की ओर बढ़ रहे हैं। पंधेर के पहुंचने के बाद टकराव बढ़ने की आशंका है। शंभू बॉर्डर पर किसानों ने ट्रैक्टर खेतों में उतारकर वहीं टेंट तंबू गाड़ने की तैयारी भी करने लगे हैं। अगर वे बैरिकेडिंग तोड़ने में सफल नहीं होते हैं तो शंभू बॉर्डर पर ही धरना शुरू हो सकता है।

दिल्ली कूच करने से पहले सरवण सिंह पंधेर ने कहा कि सरकार किसानों की मांगों को लेकर सीरियस नहीं है। उनके मन में खोट है। वह सिर्फ टाइम पास करना चाहती है। हमने सड़कें नहीं रोकी, सरकार ने रोकी है। उन्हें पूछना चाहिए कि किस के फैसलों से 10-10 फीट ऊंची दीवारें व कील लगाए गए हैं। उनसे पूछना चाहिए कि उन्होंने ये क्या किया है। किसान सड़क ब्लॉक करने के हक में नहीं। 2 साल पहले सरकार ने कहा था एमएसपी कमेटी बनाएंगे। लेकिन कुछ नहीं हुआ। हमारे सवालों के सरकार के पास जवाब नहीं है।

बहरहाल, किसानों के तेवर देख केंद्र सरकार के हाथ-पांव फूलने लगे हैं। आंदोलन को देखते हुए दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ की बॉर्डर सील हैं। हरियाणा के 7 और राजस्थान के 3 जिलों में इंटरनेट बंद है। 15 जिलों में धारा 144 लागू की गई है। हरियाणा और दिल्ली की सिंघु-टीकरी बॉर्डर, यूपी से जुड़ी गाजीपुर बॉर्डर सील कर दी गई हैं। दिल्ली में भी कड़ी बैरिकेडिंग है। यहां एक महीने के लिए धारा 144 भी लागू कर दी गई है। भीड़ जुटने और ट्रैक्टर्स की एंट्री पर रोक लगा दी है