ममता ने कबूली BJP नेता को किए कॉल की बात, बोलीं- बातचीत लीक करना अपराध

पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि अगर कोई बातचीत को वायरल करता है तो यह एक अपराध है, उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए, न कि मेरे खिलाफ

Publish: Mar 31, 2021, 09:23 AM IST

Photo Courtesy : NDTV
Photo Courtesy : NDTV

कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस बात को कबूला है कि उन्होंने टीएमसी छोड़कर बीजेपी में गए प्रलय पाल को फोन कॉल किया था। सीएम ने कहा है कि अपनी पार्टी के पूर्व नेता को फोन करना कोई अपराध नहीं है। टीएमसी नेता ने यहां यह भी कहा कि अपराध उस बातचीत को वायरल करना है और उसपर कार्रवाई होनी चाहिए। 

विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए प्रचार समाप्त होने से कुछ समय पहले मंगलवार को नंदीग्राम के टेंगुआ में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि एक उम्मीदवार के रूप में उन्हें एक मतदाता से संपर्क करने का पूरा अधिकार है। टीएमसी नेता ने कहा, 'हां, मैंने नंदीग्राम में भाजपा नेता को फोन किया था। मुझे यह फीडबैक मिली थी कि कोई मुझसे बात करना चाहता है। इसलिए मैंने उनका नंबर लेने के बाद उनसे बात की। मैंने उनसे कहा कि वह अच्छे से रहे, अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखे। मेरा अपराध क्या है?' 

यह भी पढ़ें: बंगाल में ऑडियो वॉर, TMC का दावा- चुनाव आयोग ने BJP के कहने पर बदले नियम

सीएम ममता बनर्जी ने आगे कहा कि, 'निर्वाचन क्षेत्र के उम्मीदवार होने के नाते मैं किसी भी मतदाता की मदद ले सकती हूं, मैं किसी को भी कॉल कर सकती हूं. इसमें कोई बुराई नहीं है। यह कोई अपराध नहीं है. लेकिन अगर कोई बातचीत को लीक करता है, तो एक अपराध है। मेरे खिलाफ नहीं, बल्कि उस व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए, जिसने मेरी बातचीत को लीक किया।'

दरअसल, शनिवार को बीजेपी ने एक ऑडियो टेप लीक किया था। इसमें सीएम ममता को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि, 'तुम्हें नंदीग्राम में हमारी मदद करनी चाहिए। देखिए, मुझे पता है कि आपकी कुछ शिकायतें हैं, लेकिन यह ज्यादातर अधिकारी की वजह हैं, जिन्होंने मुझे कभी नंदीग्राम या पूर्वी मिदनापुर आने ही नहीं दिया। मैं अब से सब कुछ संभाल लूंगी।' ममता ये बातें शुभेंदु अधिकारी के साथ टीएमसी छोड़ बीजेपी में गए प्रलय पाल से कर रही थी। 

यह भी पढ़ें: दिलीप घोष का दावा, मुख्यमंत्री वो बनेगा जो चुनाव नहीं लड़ रहा

इस ऑडियो को लेकर बीजेपी ने कहा था कि मुख्यमंत्री अपने पद का इस्तेमाल करके चुनाव को प्रभावित कर रही हैं। इतना ही नहीं बंगाल भाजपा प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल ने चुनाव आयोग को शिकायत दर्ज करवाई थी और ऑडियो भी सौंपा था। हालांकि, टेप का मामला तूल पकड़ने के बाद विवाद के तीसरे दिन ममता ने इस बात को कबूला है। इसके पहले तृणमूल कांग्रेस लगातार इस बात से इनकार कर रही थी कि वास्तव में सीएम ममता बनर्जी ने प्रलय पाल से बातचीत किया था।