PM मोदी के दौरे के बीच कानपुर में दंगे शुरू, दो समुदायों के बीच झड़प, फायरिंग और बमबारी से थर्राया शहर

कानपुर में पीएम मोदी के दौरे के बीच भड़की हिंसा, नुपुर शर्मा के बयान का विरोध कर रहे थे मुस्लिम समुदाय के लोग, प्रदर्शन के दौरान दो समुदायों में भिड़ंत, जमकर हुई फायरिंग, 70 किलोमीटर दूर सभा को संबोधित कर रहे थे पीएम मोदी

Updated: Jun 03, 2022, 01:09 PM IST

कानपुर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को कानपुर देहात जनपद में राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द के पैतृक गांव परौंख पहुंचे हैं। पीएम मोदी के दौरे को लेकर कानपुर शहर में सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद थी।।लेकिन पीएम जैसे ही कानपुर पहुंचे वहां दंगे भड़क गए। रिपोर्ट्स के मुताबिक दो समुदायों के बीच हुई हिंसक झड़प के दौरान जमकर गोलीबारी और बमबारी हुई। 

रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस द्वारा कुछ स्थानीय लोगों पर लाठीचार्ज करने के बाद यतीमखाना के पास बेकनगंज इलाके में हिंसा भड़क गई। कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि यतीमखाना की सद्भावना चौकी के पास बाजार बंद कराने को लेकर दोनों पक्ष आमने- सामने आ गए और पथराव शुरू हो गया। जब यहां बवाल हो रहा था तो देश के प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति शहर से महज 70 किलोमीटर दूर एक कार्यक्रम में मौजूद थे। 

जनसत्ता की रिपोर्ट के मुताबिक इलाके में रुक-रुककर पथराव और बमबाजी जारी है। कानपुर के परेड चौराहे पर मुस्लिम समुदाय के कुछ लोगों ने बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा के विरोध में दुकानों को बंद कराया। जिसके बाद विवाद पैदा हुआ और दो समुदाय के बीच जमकर पथराव हुआ। इस दौरान सड़क पर काफी संख्या में लोग जमा हो गए। कई थानों की पुलिस फोर्स को बुलाया गया है। हालांकि, पुलिस कमिश्नर का कहना है कि अब हालात सामान्य हैं।

इस हिंसक झड़प में कई लोग घायल हो गए। उन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा गया। बताया जा रहा है कि पथराव शुरू होने के वक्त बाजार में काफी लोग मौजूद थे, जिससे भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कई थानों की फोर्स को मौके पर बुलाया गया। पुलिस ने लाठीचार्ज कर लोगों को खदेड़ा। दरअसल, दरअसल, भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा ने एक टीवी चैनल की डिबेट के दौरान पैगंबर मोहम्मद साहब पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। जिससे मुस्लिम समाज में नाराजगी थी। इसको लेकर मुस्लिम संगठनों ने शुक्रवार को बाजार बंद का आह्वान किया था।

बताया जा रहा है कि जुम्मे की नमाज के बाद अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने नुपुर शर्मा की गिरफ्तारी को लेकर मार्च निकाला था और दुकानें बंद करवा रहे थे। इसी दौरान झड़प की शुरुआत हुई। सपा विधायक इरफान सोलंकी ने आरोप लगाया कि पुलिस ने मामले को हवा दी है। वहीं बजरंग दल के नेता प्रकाश शर्मा ने कहा कि माहौल को बिगाड़ने में कुछ खास लोगों का हाथ है।

पूरे शहर में पुलिस गश्त बढ़ा दी गई है। ताकि, हिंसा को एक इलाके तक ही सीमित रखा जाए। पुलिस सीसीटीवी की मदद से पथराव करने वालों की पहचान की जा रही है। बवाल करने वालों को नियंत्रित करने के लिए रैपिड एक्शन फोर्स तैनात की गई है। बैरिकेडिंग लगाकर एरिया सील किए गए हैं। बताया जा रहा है कि पुलिस ने करीब डेढ़ दर्जन लोगों को गिरफ्तार भी किया है।