आंध्र प्रदेश को विशेष दर्जा देने के लिए कांग्रेस प्रतिबद्ध, राहुल ने अमरावती को राजधानी बनाने का किया वादा

राहुल गांधी ने कहा कि देश के लोगों को जाति, धर्म, भाषा, खान-पान और पहनावे के आधार एक-दूसरे के खिलाफ लड़ाने का निरंतर प्रयास किया जा रहा है।

Updated: Oct 22, 2022, 06:40 AM IST

आंध्र प्रदेश में भारत जोड़ो यात्रा का चरण पूरा होने के बाद कांग्रेस आज फिर से कर्नाñटक प्रवेश कर चुकी है। आंध्र प्रदेश में 'भारत जोड़ो यात्रा' के चरण को पूरा करते हुए शुक्रवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने दोहराया कि उनकी पार्टी राज्य को विशेष राज्य का दर्जा देने और अमरावती को इसकी राजधानी के रूप में विकसित करने  के लिए प्रतिबद्ध है।

राहुल गांधी ने यात्रा को जबरदस्त समर्थन देने के लिए आंध्र प्रदेश के लोगों का धन्यवाद किया और कहा कि वास्तव में यह एक यादगार अनुभव रहा। आंध्र प्रदेश में यात्रा का चरण पूरा होने पर जारी एक बयान में राहुल गांधी ने आंध्र प्रदेश के लोगों के लिए संसद में की गई प्रतिबद्धता को याद किया और कहा कि इन प्रतिबद्धताओं को तेजी से पूरा किया जाना चाहिए। लेकिन केंद्र और राज्य सरकार इसे पूरा करने में असफल रही हैं।

कांग्रेस सांसद ने इस मौके पर विशाखापत्तनम स्टील प्लांट के निजीकरण करने के केंद्र सरकार के कदम का विरोध करते हुए कहा कि उनकी पार्टी जनता की संपत्ति के रूप में संयंत्र के सार्वजनिक क्षेत्र के दर्जे का समर्थन करती है। राहुल ने आगे कहा कि, 'कांग्रेस पार्टी आंध्र प्रदेश की चुनौतियों से अवगत है। अतीत में राज्य कांग्रेस पार्टी का गढ़ रहा है और पार्टी ने यहां से देश के लिए उत्कृष्ट राजनेता दिए हैं।'

उन्होंने कहा कि हम यह सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे हैं कि कांग्रेस पार्टी राज्य में अपनी पुरानी प्रतिष्ठा हासिल करे। कांग्रेस नेता ने कहा, 'देश के लोगों को जाति, धर्म, भाषा, खान-पान और पहनावे के आधार एक-दूसरे के खिलाफ लड़ाने का निरंतर प्रयास किया जा रहा है। आसमान छूती महंगाई और रिकॉर्ड बेरोजगारी और राजनीतिक और आर्थिक शक्ति का कुछ ही हाथों में सीमित होना गंभीर चिंता का विषय है।'

राहुल गांधी ने आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य सरकार राज्य में पंचायती राज व्यवस्था को कमजोर कर रही है। उनकी पार्टी लोकतांत्रिक संस्थाओं पर हमले का कड़ा विरोध करती है। उन्होंने कहा कि हम राज्य के किसानों, युवाओं, महिलाओं, श्रमिकों और अन्य लोगों की आवाज को मुखर करते रहेंगे, जिनसे हमने तीन दिनों के दौरान बातचीत की है।