India Unsafe Under BJP: ट्वीटर पर ट्रेंड हुआ कांग्रेस का हैशटैग, कहा-बीजेपी के हाथों में असुरक्षित है भारत

कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर बीजेपी के खिलाफ अभियान छेड़ दिया है, आज ट्वीटर पर कांग्रेस का हैशटैग 'इंडिया अनसेफ अंडर बीजेपी' यानी बीजेपी के हाथों में भारत असुरक्षित है ट्रेंड कर रहा है

Updated: Dec 20, 2020, 10:46 PM IST

Photo Courtesy : The week
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नई दिल्ली। 'इंडिया अनसेफ अंडर बीजेपी' यानी भारत बीजेपी के हाथों में असुरक्षित है, यह कहना है मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस का। कांग्रेस ने आज बीजेपी के खिलाफ सोशल मीडिया पर इसी हैशटैग के साथ अभियान छेड़ दिया है। देखते ही देखते यह ट्वीटर पर टॉप थ्री ट्रेंडिंग टॉपिक्स में शामिल हो गया। 

कांग्रेस के इस हैशटैग के साथ लोग अलग अलग मुद्दों पर अपनी बात रख रहे हैं। कांग्रेस ने भी अपने आधिकारिक ट्वीटर हैंडल से सिलसिलेवार ट्वीट्स के माध्यम से केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। कांग्रेस ने ट्वीट किया, 'बीजेपी शासन का अर्थ ही असुरक्षा और हिंसा है। बीजेपी शासन के दौरान अपराध और हिंसा के मामलों में बेतहाशा बढ़ोतरी दर्ज की गई। कांग्रेस सरकार के दौरान के आंकड़े और बीजेपी सरकार के आंकड़ों में अंतर सब बयान कर रहा है।'

 

इसी के साथ कांग्रेस ने एक ग्राफ भी साझा किया है जिसमें देश के छः प्रदेशों के कुल हिंसक अपराध को बताया गया है। इनमें बीजेपी शासित बिहार और यूपी में सबसे ज्यादा अपराध बताया गया है। एक अन्य ट्वीट में कांग्रेस ने बताया है कि सिर्फ एक वर्ष में देश की बेटियों के खिलाफ 4 लाख से ज्यादा अपराध हुए हैं। 

 

 

कांग्रेस ने ट्वीट किया, 'मोदी सरकार के असुरक्षित शासन में बेटियां असुरक्षित हैं, बेटियों के खिलाफ बढ़ते अपराध 'बेटी बचाओ' नारे की पोल खोल रहे हैं। प्रधानमंत्री के खोखले नारे बेटियों को बचाने में असफल रहे हैं।'

 

 

इस हैशटैग के साथ कांग्रेस नेता डॉ विपिन यादव ने एनसीआरबी की हालिया रिपोर्ट के हवाले से बताया है कि भारत में हर 16 मिनट में एक महिला का बलात्कार होता है। 

 

पीएम केयर, स्टेट जीएसटी, सब खा लिया

कांग्रेस के छात्र विंग के अध्यक्ष नीरज कुंदन ने लिखा है कि, 'पीएम केयर फंड, स्टेट जीएसटी फंड, स्कॉलरशिप, बढ़ते पेट्रोल के दाम, सरकारी कंपनियों की बिक्री, रेलवे का निजीकरण। सब खा लिया।'

 

 

वहीं कांग्रेस सांसद ज्योतिमणि ने ट्वीट किया, 'किसान अपनी आजीविका के लिए, महिलाएं अपनी सुरक्षा के लिए, युवा अपने रोजगार के लिए, राज्य अपने अधिकार के लिए, मीडिया, न्यायपालिका, आरबीआई व अन्य संस्थान अपनी स्वतंत्रता के लिए, उद्योग अपने विकास के लिए डर रहे हैं। ऐसे में कैसे कोई देश प्रगति कर सकता है।'